Lucknow News – राज्य के उच्च शिक्षा क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए योगी सरकार ने नई नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में सीएम योगी ने कहा, कि एक मंडल एक विश्वविद्यालय की परिकल्पना साकार हो चुकी है। अब एक जिला एक विश्वविद्यालय का लक्ष्य तय करना है।
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18 मंडलों में विश्वविद्यालयों की हुई स्थापना
मंगलवार को आयोजित हुई बैठक में संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, कि बीते 7 वर्षों के प्रयासों के बाद प्रदेश में एक मंडल-एक विश्वविद्यालय की परिकल्पना पूरी हो चुकी है। सभी 18 मंडलों में विश्वविद्यालयों की स्थापना हो चुकी है। इसके बाद अब हमारा लक्ष्य एक जिला-एक विश्वविद्यालय का होना चाहिए। उन्होंने कहा, कि वर्तमान में 35 जनपदों में विश्वविद्यालय की उपलब्धता है, शेष जिलों में विश्वविद्यालयों के लिए निजी क्षेत्र बड़ा सहयोगी बन सकता है। उच्च शिक्षा में निजी क्षेत्र के वित्त-पोषण को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। यह हमारे उद्देश्यों की पूर्ति में पूरक भूमिका निभा सकते हैं।
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उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति तैयार करने के निर्देश
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग को देखते हुए, निजी निवेश उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने के सरकारी प्रयासों में सहायक हो सकता है। इससे छात्रों के लिए उपलब्ध संस्थानों, पाठ्यक्रमों और सीटों की संख्या में वृद्धि होगी, साथ ही यह शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ाने के प्रयासों में भी सहायता मिलेगी। सीएम योगी ने कहा, कि उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति तैयार कर उसे प्रस्तुत करें। नई नीति में निवेशकों को स्टाम्प ड्यूटी में छूट, कैपिटल सब्सिडी आदि प्रोत्साहन को स्थान दिया जाए। जनपदों में विश्वविद्यालयों की स्थापना पर अतिरिक्त प्रोत्साहन का प्रावधान होना चाहिए। इसे प्राथमिकता दी जाए।