भुवनेश्वर: इन दिनों देश भर में आलू की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। भारत के कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां आलू की निर्भरता दूसरे राज्यों पर रहती है। क्योंकि, इन राज्यों में आलू का उत्पादन कम होता है। इसी श्रेणी में ओडिशा भी शामिल है। अभी तक ओडिशा सरकार पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से आलू खरीदती थी। लेकिन, अब बंगाल से आलू की निर्भरता को कम करने के लिए ओडिशा ने उत्तर प्रदेश से आलू खरीदने का निर्णय लिया है। यूपी से आलू की पहली खेप ओडिशा पहुंच भी गई है। इसकी जानकारी ओडिशा सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री केसी पात्रा ने दी है। उन्होंने कहा कि आगे भी यूपी से आलू की आपूर्ति जारी रहेगी। इस पर दोनों राज्यों के बीच सहमति बन गई है।
ओडिशा के खाद्य आपूर्ति मंत्री मंत्री केपी पात्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार से आलू की आपूर्ति अनियमित तौर पर की जा रही थी। जिसके चलते प्रदेश में आलू की किल्लत बनी हुई थी। इसकी के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहता था। खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि यूपी सरकार ने ओडिशा को आलू की सुचारू आपूर्ति और अन्य सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई है। उन्होंने यह भी बताया कि ओडिशा सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाएगा।
मंत्री केसी पात्रा ने आगे कहा कि हम पश्चिम बंगाल से खरीदारी बंद कर उत्तर प्रदेश से जारी रखना चाहते हैं। क्योंकि, टीएमसी के गुंडे और बंगाल पुलिस ओडिशा के व्यापारियों से सीमा पर बदसलूकी करके धन उगाही करती है। उन्होंने कहा कि बंगाल से आलू लाने के लिए हम यह नहीं सह सकते। यूपी से आलू लाने के लिए अलग-अलग यूनियनों द्वारा अनुरोध किया जा रहा था। जिसके बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है। साथ ही केसी पात्रा ने यह भी बताया कि हमारी सरकार को यह फैसला इसलिए भी करना पड़ा, क्योंकि बंगाल से अपर्याप्त आपूर्ति के कारण प्रदेश में आलू 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया था। यह मुद्दा ओडिशा की विधानसभा में उठा था।
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उल्लेखीय है कि 27 जुलाई को ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने नई दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी, और राज्य को सुचारू रूप से आलू की आपूर्ति करने को कहा था। ओडिशा विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने राज्य में बढ़ती आलू की कीमतों को लेकर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। विपक्ष का कहना था कि राज्य सरकार पश्चिम बंगाल से समन्वय नहीं बना पा रही, जिसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके जवाब में खाद्य आपूर्ति मंत्री केसी पात्रा ने कहा था कि पूर्व की ओडिशा सरकार आलू के लिए बंगाल और प्याज की आपूर्ति के लिए महाराष्ट्र पर निर्भर रही। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने इस दिशा में आत्मनिर्भर बनने का कोई प्रयास नहीं किया। जिसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।