नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र जारी है। सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। महाभारत, जाति, चक्रव्यूह, अभिमन्यु जैसे तमाम शब्द संसद की कार्रवाई में गूंज रहे हैं। जो देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन, अब क्रेंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के DNA पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने आज शुक्रवार को राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के DNA में किसान विरोध है। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल का जिक्र कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
राज्यसभा में बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में ही किसान विरोध है। ये आज से नहीं प्रारंभ से ही उनकी आदत रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकताएं गलत रही हैं। देश के पहले प्रधाममंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत की परंपरा खेती का निर्वाहन नहीं किया। उन्होने रूस का मॉडल भारत में लागू कर दिया, जिसके बाद चौधरी चरण सिंह जी ने विरोध किया। उन्होंने कहा था कि भारत की खेती की परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं। यह मॉडल यहां नहीं लागू हो सकता। 17 साल नेहरू प्रधानमंत्री रहे। तब भारत के लोगों को अमेरिका का सड़ा हुआ लाल गेहूं खाने को मिलता था।
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— SansadTV (@sansad_tv) August 2, 2024
जवाहर लाल नेहरू के बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का भी जिक्र किया। शिवराज ने कहा कि मुझे अच्छी तरह से याद है, जब इंदिरा गांधी सरकार में थीं, तो किसानों से जबरन लेवी वसूली जाती थी। अगर किसान के पास 2 कुंतल अनाज है तो 1 कुंतल देना पड़ता था। घर में रखा हुआ अनाज उठा लिया जाता था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए, शिवराज सिंह ने कहा कि उन्होंने एग्रीकल्चर प्राइस पॉलिसी की बात जरूर की। लेकिन, किसानों की आय बढाने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया।