श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में अरबों के मदरसा घोटाले का खुलासा हुआ है। शिक्षा विभाग की जांच में हैरान करने वाली जानकारी निकलकर सामने आई है। मदरसों में हिंदू विद्यार्थियों के नाम को दर्ज करके करीब 125 करोड़ की सरकारी अनुदान राशि हड़प ली गई। घोटाला 2016 से जारी है। 7 वर्षों से लगातार घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। जांच में बड़ा घोटाला सामने आने के बाद मदरसा बोर्ड ने 56 मदरसों की मान्यता रद्द कर दी है।
जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। मदरसा संचालकों ने श्योपुर के कई सम्मानित नागरिकों, बड़े व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों के बच्चे का नाम मदरसा विद्यार्थी के रूप में दर्ज किया था। जांच में शामिल एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि 56 मदरसों में पंजीकृत 9,132 छात्रों में से 650 बच्चे हिंदू हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि जिन लोगों का नाम मदरसा छात्र के रूप में अंकित किया गया है, उनमें से कई लोग विदेश में रहते हैं तो कुछ की मौत भी हो चुकी है। कुछ लोग बड़े पदों पर सरकारी नौकरी कर रहे हैं। लेकिन, मदरसा संचालकों ने इन लोगों का नाम छात्र के रूप में दर्ज कर मिलने वाली अनुदान राशि को हड़प लिया।
शिक्षा विभाग की जांच में यह जानकारी निकलकर सामने आई है कि जिले के प्रतिष्ठित डॉ देवेंद्र शर्मा के दो पुत्रों व एक पुत्री का नाम मदरसे में अध्ययनरत छात्र के रूप में दर्ज किया गया। जबकि डॉक्टर देवेंद्र शर्मा का एक पुत्र बैंक ऑफ बड़ौदा की ग्वालियर शाखा में अधिकारी है। इसके अलावा जिला पंचायत कार्यालय में खाद्यान्न प्रभारी के रूप में कार्यरत प्रमोद गुप्ता के दोनों बच्चों का नाम भी मदरसे में छात्र के रूप में दर्ज है। इसके अलावा भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सौरव भार्गव का नाम भी मदरसे में बतौर विद्यार्थी के तौर पर दर्ज किया गया है।
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सरकारी शिक्षकों का नाम भी दर्ज
कुछ सरकारी शिक्षकों को भी मदरसे में अध्ययनरत छात्र के रूप में दर्ज किया गया है। जिसमें से गौरव गोयल यूपी के जालौन में शासकीय शिक्षक हैं, वहीं सत्येंद्र उपाध्यक्ष सीहोर में शिक्षक के तौर पर तैनात हैं। सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि भाजपा नेता बद्री प्रसाद राठौर की मृतक बेटी का नाम भी मदरसे में अध्ययनरत छात्र के तौर पर दर्ज है। साथ ही जांच में यह भी पाया गया है कि एक ही गांव में एक नाम से कई मदरसों का संचालन हो रहा है। जिनका पता अलग-अलग दर्ज है। ऐसे मदरसों में करीब 350 छात्रों का नामांकन है।