Prayagraj News- जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर शासन स्तर पर लगातार समीक्षाएं की जा रही हैं। महाकुंभ शुरु होने से पहले साधु संतों का आगमन प्रयागराज में शुरु हो जाएगा। जिसको लेकर जूना अखाड़े ने नगर प्रवेश से लेकर पेशवाई और धर्मध्वजा की स्थापना तक की तारीख तैयारी कर ली हैं। बता दें, कि महाकुम्भ 2025 का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा, दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर तीसरा व अंतिम शाही स्नान 3 फरवरी को होगा।
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दशहरा पर्व के बाद जूना अखाड़े के साधु-संत पहुचेंगे प्रयागराज
2025 में शुरु होने वाले महाकुंभ को लेकर पंचदशनाम जूना अखाड़ा की तरफ से तारीखों की घोषणा कर दी गई है। नगर प्रवेश से लेकर शाही पेशवाई और धर्मध्वजा की स्थापना की तैयारी शुरु कर दी है। 12 अक्टूबर को होने वाले दशहरा पर्व के बाद जूना अखाड़े के साधु-संत प्रयागराज पहुंचने लगेंगे। पंच दशनाम जूना अखाड़े के प्रवक्ता महंत नारायण गिरि का कहना है, कि सभी कार्यक्रमों की तारीख तय कर ली गई है। अखाड़े की तरफ से कार्ड छपवाने का काम भी किया जा रहा है।
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पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। पहला शाही स्नान मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। 29 जनवरी को दूसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या पर होगा और तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी 3 फरवरी को होगा। 12 जनवरी को माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ कुम्भ का कल्पवास समाप्त हो जाएगा, लेकिन महाकुंभ में लोगों के आने का सिलसिला 26 फरवरी को पड़ने वाली महाशिवरात्रि के स्नान पर्व तक जारी रहेगी।