Kanpur News- अब कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में जर्मनी की फेशियाटेंस तकनीक से हर्निया की सर्जरी की जाएगी। इस तकनीकि से सर्जरी के दौरान न खून निकलेगा और न किसी तरह का टांका लगेगा। यह जानकारी जीएसवीएम मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ संजय काला ने दी है।
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उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में जल्द ही जर्मनी की फेशियाटेंस तकनीक से हर्निया की सर्जरी का इलाज किया जाएगा। लाला लाजपत राय अस्पताल के प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया, कि सर्जरी से मरीजों का इलाज बहुत जल्द शुरु किया जाएगा। उन्होंने बताया, कि इसमें सामान्य सर्जरी की अपेक्षा अधिक खर्च आता है। इसके लिए सरकार को मदद का प्रस्ताव भेजा जाएगा। फेशियाटेंस तकनीक में सबसे अधिक लोहे की रॉड्स का उपयोग किया जाता है। मसल के पास जो झिल्ली होती है, उसके आसपास क्योर से धागे को बांधकर हम आठ से 18 किलोग्राम तक टेंशन देते हैं, फिर कुछ देर बाद मरीज को रिलैक्स कर दिया जाता है। धीरे-धीरे करके इस प्रेशर को बढ़ाया जाता है। डॉक्टर इस माध्यम से वर्टिकल प्रेशर देते हैं। ऐसे में मसल व फेशिया की स्ट्रेचिंग होने से जो टिशू होता है, वह बंद हो जाता है। उन्होंने बताया, कि सबसे खास बात यह है कि इस विधि से सर्जरी में न तो खून निकलता है और न ही किसी तरह का कोई चीरा लगाया जाता है।
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प्राचार्य ने बताया, कि जल्द ही हमारे चिकित्सकों की टीम सर्जरी के गंभीर मरीजों पर इस विधि से इलाज संबंधी प्रयोग करेगी। सकारात्मक परिणाम सामने आने पर हम इस विधि को अधिक से अधिक उपयोग में लाएंगे। बताया, कि कुछ दिनों पहले मुंबई के कई दिग्गज चिकित्सकों ने कानपुर में आकर फेशियाटेंस विधि से मरीजों की सर्जरी की थी।