राजधानी लखनऊ की मलिहाबाद सीट से पूर्व सपा विधायक इंदल रावत को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके ऊपर रियल एस्टेट कंपनी के साथ धोखाधड़ी और करोड़ों की रकम हड़पने का आरोप है। 2012 से 2017 तक विधायक रहे इंदल रावत को लखनऊ की गोमती नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि रियल एस्टेट कंपनी से जिस जमीन का सौदा किया वह जमीन इंदल रावत के नाम पर कभी थी ही नहीं। इसके बाद भी इंदल ने जमीन का सौदा किया। बीते 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान इंदल समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
आपकों बता दें कि लखनऊ की गोमती नगर पुलिस ने करीब 5 महीने की जांच के बाद सपा के पूर्व विधायक इंदल रावत को गिरफ्तार किया है। बीते 21 फरवरी 2024 को गोमती नगर थाने में श्री राज इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के MD राजेश पांडे द्वारा FIR दर्ज कराई गई थी। FIR के अनुसार 11 अगस्त 2014 को इंदल रावत ने सदर तहसील के बटहा गांव में 1 बीघा, 15 बिस्वा जमीन पर 6 मंजिला इमारत बनवाने के लिए राज इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ एग्रीमेंट करना था। रकम कम होने के चलते जून 2023 में 42 लाख 8,882 रुपए जमा कर रजिस्टर्ड एग्रीमेंट हुआ।
2014 से 2023 तक रियल एस्टेट कंपनी से इंदल रावत ने 2 करोड़ 52 लाख रुपए लिए थे। राज इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड ने निर्माण कार्य के लिए जब आवास विकास से संपर्क किया तो पता चला इंदल रावत की दी गई जमीन 1991 में ही आशियाना सहकारी विकास समिति के नाम पर रजिस्टर्ड है। जिसके बाद रियल एस्टेट कंपनी के मालिक राजेश पांडे ने इंदल रावत से संपर्क कर जमीन उनके नाम दर्ज नहीं होने की बात बताई कही। तब इंदल ने कहा गलती से उनका नाम नहीं चढ़ा है कुछ दिनों में चढ़ जाएगा। इसके बाद भी जमीन इंदल के नाम नहीं दर्ज हुई।
वहीं इसके बाद जब राजेश पांडे अपनी रकम वापस मांगी, तो इंदल रावत द्वारा उन्हें गाली गलौज, जान से मारने की धमकी और फर्जी मुकदमे में फंसने की धमकी दी जाने लगी। राज इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश पांडे ने इस मामले में बीते फरवरी 2024 को FIR दर्ज करवाई साथ ही पुलिस को संबंधित दस्तावेज भी दिए। करीब 5 महीने तक पुलिस द्वारा मामले की जांच की गई। जिसके बाद इंदल रावत को गिरफ्तार किया गया है।
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