उत्तर प्रदेश के मेरठ से आस्था के नाम पर ढोंग, षडयंत्र की सच्चाई सामने आई है। यहां हिन्दू संगठनों ने भगवान शिव की सवारी ‘नंदी’ को लेकर गली-गली घूम रहे एक ऐसे शख्स को बेनकाब कर दिया, जो खुद को हिन्दू बता रहा था लेकिन तलाशी के बाद उसकी पहचान ‘नौशाद’ के रूप में हुई। इतना ही नहीं बल्कि नौशाद के पास से नशे की गोलियां और हिन्दू महिला की फोटो भी मिली है। मामले में हिन्दूवादी नेताओं का कहना कि भीख मांगने की आड़ में ऐसे लोग घरों की रैकी कर गंभीर अपराधों को अंजाम देते हैं। मेरठ पुलिस नौशाद को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है।
बता दें कि पवित्र श्रावण मास ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष भगवान भोलेनाथ की सवारी के रूप नंदी (बैल) का क्रम हिन्दू समाज में जारी रहता है। जोगी नंदी को सजाकर हिन्दू परिवारों से दान भी लेते हैं। लेकिन मेरठ में पकड़ा गया नौशाद हिन्दू जोगी बनकर नंदी के साथ मोहल्लों में धड़ल्ले से घूमते हुए पकड़ा गया। जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार मेरठ के थाना सिविल लाइन इलाके में स्थित सूरज कुंड में शक की बुनियाद पर लोगों ने संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जिसके बाद उसका पूरा भंडा फूट गया। छद्मवेश में नौशाद नाम का व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से जुड़ा निकला।
जो अपना वेश बदलकर हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा था। जानकारी होते ही हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचकर नौशाद को पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं लोगों का कहना है कि नौशाद के पास से नशे की गोलियां, हिन्दू महिला का फोटो और 2 अलग-अलग नाम के आधार कार्ड मिले हैं। पुलिस की जांच के बाद ही अब मामले की सच्चाई सामने आएगी। वहीं नंदी के साथ छदमवेशधारी नौशाद के बेनकाब होने से हिन्दू संगठन में गुस्सा है।
वे प्रशासन से पहचान छिपाकर सनातन आस्था को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामले में SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जांच के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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