नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद भारतीय एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। साथ ही पीएम मोदी की सुरक्षा को और अधिक चाक चौबंद करने पर काम चल रहा है। इसी क्रम में पीएम की सुरक्षा को और अधिक बेहतर करने के लिए रूस से स्पेशल राइफल मंगवाए जा रहे हैं। यह सभी स्नाइपर राइफलें हैं, जो 500 मीटर दूर खड़े दुश्मन को भी निशाना बना सकती हैं।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ गई थी। यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा था। इस लेख में उन्होंने हिंसक बयानबाजी के चलते दुनिया भर में नेताओं पर हो रहे जानलेवा हमले की बात कही थी। पूर्व आईपीएस अधिकारी के लेख को कोड करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी सहित विपक्ष के कई नेताओं पर हमला बोला था।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हिंसक बयानबाजी कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है। भाजपा प्रवक्ता ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या व अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले पर हैरानी जताते हुए पीएम मोदी की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की थी। सुधांशु त्रिवेदी के इस बयान के बाद पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ी थी। जिसके बाद एजेंसियों ने पीएम की सुरक्षा को लेकर रूस से राइफल मंगवाए हैं।
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ट्रंप पर कब हुआ था हमला
दरअलस, पिछले दिनों अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति व वर्तमान में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद पद प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन पर जानलेवा हमला हुआ था। जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। गोली उनके दाहिने कान को छूती हुई निकली थी। जिसके बाद जनसभा में अफरा-तफरी मच गई थी। ट्रंप पर हुए हमले के बाद से दुनिया भर में नेताओं की सुरक्षा पर बहस छिड़ी हुई है।