वाराणसी- हाथरस की घटना के बाद से भीड़ वाले कार्यक्रमों को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया है, जिसके चलते वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के अवसर पर उमड़ने वाली लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए पुलिस-प्रशासन ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सावन के सोमवार के दिन किसी भी तरह का प्रोटोकॉल मान्य नहीं होगा। बता दें कि सावन माह 22 जुलाई से शुरू हो रहा है।
इसी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। काशी विश्वनाथ धाम में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। काशीवासियों के लिए 2 प्रवेश द्वार प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें से एक सावन शुरू होने से पहले फाइनल कर दिया जाएगा। मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने बताया कि पुलिस, PAC, CRPF, मेडिकल, PWD और बिजली विभाग की संयुक्त बैठक हुई।
बैठक में लिए गए निर्णय 10 दिनों में लागू कर दिए जाएंगे। पिछली बार सावन को लेकर लिए गए निर्णयों को भी ध्यान में रखा गया। इस बार सभी विभागों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। CCTV कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, एंबुलेंस, डॉक्टर्स, पेयजल, टॉयलेट और खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी। गंगा घाट और गलियों से आने वाली भीड़ के लिए पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। बेरिकेडिंग और जिगजैग व्यवस्था को भी बढ़ाया जाएगा।
स्थानीय लोगों के सहयोग की बात की गई है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि सावन के मद्देनजर सभी विभागों की कोऑर्डिनेशन बैठक की गई। प्रतिदिन 6 से 7 लाख श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैरिकेडिंग, महिला पुलिस, चाय-पानी, लाइटिंग और चिकित्सकों की व्यवस्था की जा रही है। कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी चीजों की मॉनिटरिंग की जाएगी और CCTV कैमरों के जरिए हर कोने और व्यक्ति की निगरानी की जाएगी।
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