NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीबीआई ने पटना एम्स के 3 डॉक्टर्स को हिरासत में लिया है। सीबीआई की टीम फिलहाल तीनों डॉक्टरों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। बता दें कि ये तीनों डॉक्टर 2021 बैच के मेडिकल छात्र हैं।
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तीनों डॉक्टर्स के कमरे सील किए गए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई पेपर लीक गिरोह के सॉल्वर्स के कनेक्शन तक पहुंच गई है। इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने हिरासत में लिए गए तीनों डॉक्टरों के कमरे को सील कर दिया है। इनके लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं।
अब सीबीआई ने NEET पेपर लीक होने से लेकर उसे सेटिंग वाले अभ्यर्थियों तक पहुंचाने का पूरा कनेक्शन जोड़ा है। पेपर ले जाने वाले ट्रक से पर्चा उड़ाने वाले आरोपी पंकज को भी सीबीआई पकड़ चुकी है। इसका हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से भी कनेक्शन मिला था। हजारीबाग के इसी स्कूल से पेपर संजीव मुखिया तक पहुंचा था।
क्या है पूरा मामला ?
4 जून को NEET UG परीक्षा का परिणाम आने के बाद उसमें 67 टॉपर्स और एक ही सेंटर से 8 टॉपर के नाम सामने आने के बाद छात्रों को परीक्षा में धांधली का संदेह हुआ। इसके बाद छात्रों ने सड़कों से लेकर सोशल मीडिया पर एनटीए के खिलाफ जांच की मांग की। सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गईं और इस बीच कोर्ट के सामने एनटीए ने फैसला लिया कि वो ग्रेस मार्क्स वाले कैंडिडेट्स का दोबारा एग्जाम करवाएंगे। 23 जून को करवाई गई परीक्षा में टॉपर 67 से घटकर 61 हो गए।