जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में मंगलवार की रात को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई है। इस घटना के बाद से सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डोडा के वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 4 घंटे के अंदर दो बार फायरिंग की घटना हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे पहले मंगलवार की रात 10.45 बजे कलां भाटा में गोलीबारी हुई। इसके बाद देसा वन क्षेत्र में जारी आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान देर रात 2 बजे पंचन भाटा के पास गोलीबारी की घटना हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोलीबारी की दोनों घटनाओं में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि आतंकी अंधेरे, दुर्गम इलाके और घने जंगलों का फायदा उठाकर भाग निकले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खराब मौसम और दुर्गम इलाके के बावजूद आतंकियों की तलाश की जा रही है। ये आतंकी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए हैं। सीमा पार से घुसपैठ कर वन क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों के सफाए के लिए सेना ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। इसमें ड्रोन और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है।
15-16 जुलाई को 5 सैन्यकर्मी हुए थे बलिदान
इससे पहले सोमवार और मंगलवार की रात में यहां पर सेना के अधिकारी समेत 5 सैन्यकर्मी बलिदान हुए थे। आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने सोमवार देर शाम देसा वन क्षेत्र के धारी गोट उरबागी में घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था।
मंगलवार को सेना ने जारी किया था बयान
मंगलवार को सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि वो सीमा पार से घुसपैठ कर आए विदेशी आतंकियों को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चला रही है। सेना ने कहा था कि उत्तरी कमान की सभी इकाइयां जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए अभियान जारी रहेंगे।