मीरजापुर- बुंदेलखंड की धरती पर इस बार खरीफ के सीजन में मूंगफली की पहली बार बम्पर खेती करने को किसान आगे आए हैं। शासन ने भी इस वर्ष मूंगफली की खेती का दायरा बढ़ाया है। किसानों को डिपार्टमेंट ने इसकी खेती करने के लिए मुफ्त बीज देने की व्यवस्था कराई है। मूंगफली की खेती से वीरभूमि बुंदेलखंड में किसानों की तकदीर बदल रही है। कम लागत में मोटा मुनाफा मिलने के कारण इसकी खेती का रकबा भी प्रत्येक वर्ष बढ़ रहा है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में लंबे समय से किसान परम्परागत खेती से मोटा मुनाफा देने वाली फसलों की तरफ तेजी से अपने कदम बढ़ा रहे हैं। खासकर मूंगफली की खेती से यहां के किसानों की किस्मत भी बदल रही है। बुंदेलखंड के हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट समेत अन्य जनपदों में इसकी खेती कुछ दशको पहले बहुत ही सीमित क्षेत्रफल में होती थी लेकिन इधर कुछ वर्षों से बड़े स्तर पर किसान इसकी खेती कर रहे हैं। बुंदेलखंड के महोबा में प्रत्येक वर्ष मूंगफली की खेती अधिक दायरे में होती है इसीलिए महोबा मूंगफली की खेती का हब माना जाता है।
उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव ने बताया कि बुंदेलखंड के महोबा में सर्वाधिक मूंगफली की खेती होती है। इसकी डिमांड लगातार बढ़ने के कारण किसानों ने इस बार परमपरागत खेती के साथ मूंगफली की खेती आधिक दायरे में शुरू की है। बुंदेलखंड के मऊरानीपुर और झांसी के आसपास के इलाकों में लाल कलर की मूंगफली की खेती किसान करते हैं। इसकी खेती से क्षेत्र के किसानों की किस्मत भी बदल रही है। इसीलिए इस बार मूंगफली की खेती का क्षेत्रफल डेढ़ गुना तक बढ़ा है।
राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र महोबा के वैज्ञानिक डा. एसपी सोनकर ने बताया कि मूंगफली सेहत के लिए गुणकारी है। इसे गरीबों का बादाम कहा जाता है। सर्दी के मौसम में सौ ग्राम मूंगफली खाने से सेहत फिट रहती है। इसमें जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन-E के अलावा पोषत तत्व प्रचुर मात्रा में होते है।
बुंदेलखंड के महोबा में मूंगफली की खेती का दायर बढ़ा-
उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव ने बताया कि बुंदेलखंड के चित्रकूट धाम बांदा मंडल में इस बार खरीफ सीजन में 13832 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंगफली की बोआई कराई गई है। इसमें महोबा में सर्वाधिक 11889 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंगफली की खेती शुरू की है। हमीरपुर में 868 हेक्टेयर में मूंगफली की खेती इस बार कराई जा रही है जबकि बांदा में सबसे कम 1074 हेक्टेयर में इसकी खेती किसान करेंगे। चित्रकूट में एक हेक्टेयर भूमि में ही मूंगफली की खेती होगी।
पिछले वर्ष खरीफ के सीजन में मंडल में 9468 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ही इसकी खेती हुई थी लेकिन इस बार शासन ने मूंगफली की खेती का रकबा बढ़ाया है। इसकी खेती में लागत कम आती है लेकिन मुनाफा तगड़ा होता है।
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