Lucknow News- उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान 121 लोगों की दर्दनाक मौतें हो गई थी। इस मामले में गठित न्यायिक जांच आयोग को विधिक जानकारी देने के लिए लखनऊ पुलिस में तैनात वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी व संयुक्त निदेशक अभियोजन अवधेश कुमार सिंह को आयोग के कार्यालय से संबद्ध किया गया है। बता दें, कि योगी सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। जिसकी अध्यक्षता रिटायर्ड जज ब्रजेश श्रीवास्तव करेंगे और 2 महीने में जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
SIT ने सौंपी थी जांच रिपोर्ट
बताते चलें, कि 2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोलेबाबा के सत्संग कार्यक्रम के बाद भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 121 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में सिकंदराराऊ थाने में 2 जुलाई को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) और 238 (साक्ष्य मिटाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया गया था। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, हादसे के बाद योगी सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। इसमें कमिश्नर अलीगढ़ और एडीजी आगरा जोन को सदस्य बनाया गया था। इस मामले में एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप चुकी है। रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन को भी भगदड़ का जिम्मेदार बताया गया है। जिसके बाद योगी सरकार ने एसडीएम, सीओ समेत 6 अधिकारियों को निलंबित किया था।
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आयोग की अध्यक्षता करेंगे रिटायर्ड जज
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाथरस भगदड़ हादसे की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का भी गठन किया था। इसमें रिटायर्ड जज ब्रजेश श्रीवास्तव अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस भावेश कुमार व पूर्व आईएएस हेमंत राव सदस्य हैं। आयोग ने जांच शुरु कर दी है। आयोग अगले दो माह में मामले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।