Lucknow News- 12 जुलाई को लखनऊ के बिजनौर इलाके में हुई किडनैपिंग के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें, कि दिल्ली की रहने वाली एक महिला की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया था। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सेक्स रैकेट का पता चला है।
दिल्ली से लखनऊ पहुंचे थे पति-पत्नी
पुलिस के मुताबिक दिल्ली के उत्तम नगर वेस्ट के रहने वाले महेंद्र कालरा अपनी पत्नी के साथ 25 जून को दिल्ली से लखनऊ आए थे। दोनों लोग बिजनौर इलाके के एक होटल में ठहरे थे। पत्नी ने पुलिस से शिकायत में बताया था, कि वह जॉब के सिलसिले में लखनऊ आई थी। उसकी पहचान टोनी नाम के व्यक्ति से थी और टोनी ने उसे जॉब दिलाने का भरोसा दिया था। फिर 12 जुलाई को मीटिंग में चलने के लिए बुलाया। मीटिंग में जाने के दौरान दोनों लोग सड़क पर खड़े होकर टोनी का इंतजार कर रहे थे, तभी कार सवार 4 युवक वहां पहुंचे और मार-पीट करने लगे और उसके घायल पति महेंद्र कालरा को कार में बिठाकर लेकर चले गए। महिला ने पुलिस को बताया, कि पति को छोड़ने के लिए किडनैपर 5 लाख रुपए मांग रहे हैं और 50 हजार रुपए उसने ट्रांसफर भी कर दिए।
कानपुर से गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी
बिजनौर थाना पुलिस ने टीम बनाकर मामले की जांच शुरु की। पुलिस ने चारों आरोपियों को कानपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक महेंद्र कालरा आरोपियों के चुंगल से भाग आया और बिजनौर पुलिस थाना पहुंच कर दूरी घटना की जानकारी दी। डीसीपी साउथ तेज स्वरूप सिंह ने बताया, कि मामला किडनैपिंग का नहीं, बल्कि सेक्स रैकेट से जुड़ा है। पुलिस ने कहा कि पति-पत्नी दिल्ली से आकर लखनऊ में सेक्स रैकेट चलाते थे। दोनों ऑनलाइन कस्टमर पकड़ते थे और सर्विस प्रोवाइड कराते थे।
चारों आरोपी थे ग्राहक
डीसीपी तेज स्वरूप सिंह ने बताया, कि चारों युवक भी इनके कस्टमर थे। पैसों के लेनदेन में पति-पत्नी की चारों आरोपियों से लड़ाई हो गई थी। महेंद्र कालरा पैसे नहीं दे रहा था, इसलिए उन्होंने गैंग के मीडिएटर टोनी के माध्यम से महेंद्र और उनकी पत्नी को बुलवाया। पुलिस का कहना है, कि जल्द पूरे गैंग का खुलासा किया जाएगा।