Ayodhya News- श्रीराम मंदिर परिसर में 25 और मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। इन सभी मूर्तियों को जयपुर के सफेद मकराना मार्बल से बनाया जाएगा। मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार में भगवान श्रीराम, माता सीता जी, लक्षमण जी, भरत-शत्रुहन और भक्त हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की जाएंगी। महासचिव चम्पतराय ने बताया, कि निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- बांके बिहारी धाम का मुख्य सचिव और डीजीपी ने किया निरीक्षण, बोले- श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखा जाएगा ख्याल
राम दरबार के साथ सप्त ऋषियों की मूर्तियां होंगी स्थापित
राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित होने वाली राम दरबार समेत अन्य मूर्तियां बैठी या खड़ी मुद्रा में होंगी, इस पर मंथन शुरु हो गया है। पुणे के प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत के नेतृत्व में 4 अन्य चित्रकारों के साथ धार्मिक समिति के सदस्यों और संतों के साथ अध्ययन किया जा रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने बताया कि, राम दरबार के साथ परकोटे में भगवान शंकर, सूर्य, गणेश, हनुमान जी, माता दुर्गा, मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति होगी। राम जन्मभूमि परिसर में सप्त ऋषियों का मंदिर होगा। जिसमें शेषावतार, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज, अहिल्या देवी का मंदिर भी शामिल है। बताते चलें, कि श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य काफी तेज गति से चल रहा है। दिसंबर 2024 तक शिखर बन कर तैयार हो जाएगा।
740 किलोमीटर पैदल चलकर अयोध्या पहुंचा परिवार
श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 740 किलोमीटर पैदल चलकर श्री रामलला का दर्शन करने के संकल्प के साथ एक परिवार जयपुर से अयोध्या पहुंचा है। राजकुमार कुमावत अपनी पत्नी राजकुमारी और 20 परिजनों के साथ पहुंचे। जहां गाजे-बाजे के साथ ध्वज यात्रा लेकर राम मंदिर में दर्शन कर एक ध्वज समर्पित किया। इस दौरान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी भक्तों का स्वागत किया। इस यात्रा में 80 वर्षीय वृद्धा और 6 वर्षीय बालक भी शामिल रहा।