इंफाल: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज सोमवार को हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर का दौरा किया। उन्होंने मणिपुर में राहत शिविरों का दौरा किया व हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर, उनका हालचाल जाना। पहले राहुल गांधी असम के फुलेरताल में राहत शिविर में पीड़ितों से मिले। इसके बाद उन्होंने मणिपुर में तीन अलग-अलग राहत शिविरों में लोगों से मुलाकात की।
नई दिल्ली से एक विशेष विमान से कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम के कछार जिले के कुंभीरग्राम हवाई अड्डे पर उतरे। यहां से वह सड़क मार्ग होते हुए मणिपुर की सीमा में पहुंचे। मणिपुर पहुंचने पर राहुल गांधी ने जिरीबाम हायर सेकेंडरी स्कूल में स्थित राहत शिविर का दौरा किया। उन्होंने शिविर में रहने वाले विस्थापित लोगों से बात की। इसके बाद वह मणिपुर के चुराचांदपुर के तुइबोंग में एक राहत शिविर में भी पहुंच कर पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। आज शाम को राहुल गांधी राज्यपाल से भी भेंट कर सकते हैं
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी के मणिपुर दौरे से महज कुछ घंटे पहले कुकी समुदाय के हमलावरों ने मणिपुर में संयुक्त सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। इस हमले में कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। जिनका उपचार अस्पताल में जारी है। साथ ही हमलावरों ने कई घरों में भी आग लगा दी। हमले की घटना को देखते हुए जिरीबाम में भारी संख्या में सुरक्षा वालों की तैनाती कर दी गई है। ऐसे में राहुल गांधी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
भाजपा ने राहुल गांधी की यात्रा पर उठाए सवाल
वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर एक संवेदनशील विषय है। वहां पर सभी को मिलकर शांति का प्रयास करना चाहिए। राहुल गांधी इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं। वहां मलहम लगाने की जरूरत है। संसद में क्या हंगामा किया? नई संसद में प्रधानमंत्री को जवाब नहीं देने दिया। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, उनसे कुछ जिम्मेवारी की अपेक्षा की जाती है। ये बहुत पीड़ादायक है।