जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का एक्शन जारी है। कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान 6 आतंकी ढेर हो गए। मारे गए इन आतंकियों में से दो मोदरगाम में और बाकी चार चिनिगाम गांव में मारे गए हैं। सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन के दौरान दो जवान भी बलिदान हो गए हैं। उधर,, कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरधी ने मुठभेड़ स्थलों का दौरा किया और कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियान अभी जारी रहेगा।
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आतंकियों का ध्यान अब जम्मू पर क्यों ?
आतंकियों ने अब अपना ज्यादा ध्यान कश्मीर से हटाकर जम्मू की ओर कर लिया है। बीते दिनों जम्मू क्षेत्र में कई आतंकी हमले हुए, जिसमें काफी लोगों की मौत हो गई। दरअसल जम्मू-कश्मीर के हिंदू बहुल जम्मू संभाग में आतंकियों का ध्यान शिफ्ट होने की रणनीति तब स्पष्ट हुई, जब आतंकियों ने 2023 के पहले दिन राजौरी के डूंगरी गांव में 5 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में आतंकियों द्वारा लगाए गए IED ब्लास्ट में दो बच्चों की मौत हो गई।
वहीं, पीर पंजाल रेंज के जंगलों में महीनों तक चले आतंकवाद विरोधी अभियानों में लगभग एक दर्जन सशस्त्र कर्मी बलिदान हो गए। अप्रैल 2023 में जब पुंछ में आतंकियों ने घात लगाकर पांच सैनिकों पर हमला कर दिया था, जिसमें जवान बलिदान हो गए थे। इस साल 9 जून को तीर्थयात्रियों की बस पर हमले के बाद से ये आतंकी हमले अभी भी जारी हैं, जो अन्य जिलों में भी तेज हो गए हैं।
पीर पंजाल रेंज के दक्षिण में स्थित जिलों में 29 आतंकी हमले और एंटी टेरर सर्च ऑपरेशन हुए, जिसके परिणामस्वरूप कई नागरिक या सुरक्षाबलों के जवान बलिदान अथवा घायल हो गए। आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र और फंडिंग पर कार्रवाई के कारण कश्मीर में काम करना अब उनके लिए मुश्किल हो गया है। इसके अलावा पीर पंजाल के जंगल घुसपैठियों के लिए छिपने की जगह के रूप में काम करते हैं।