गोरखपुर- चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कॉउंसिल (NMC) से MBBS पाठ्यक्रम की मान्यता प्राप्त हो गई है। इस सत्र से NEET काउंसलिंग के जरिये MBBS कोर्स में दाखिला और पढ़ाई शुरू हो जाएगी। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, जो महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित है, मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संचालित होता है। महज 3 वर्षों की प्रगति यात्रा में इस विश्वविद्यालय ने नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी और MBBS जैसे कई रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में सफलता प्राप्त की है।
अब इस विश्वविद्यालय को MBBS पाठ्यक्रम के लिए मान्यता मिलना एक और बड़ी उपलब्धि है। इस विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज को पहले सत्र के लिए 50 MBBS सीटों की मान्यता प्राप्त हुई है। विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने इस मान्यता पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे पूर्वांचल के युवाओं के लिए बड़ी सौगात बताया। कुलसचिव डॉ. राव के अनुसार, मेडिकल कॉलेज 3 चरणों में बनकर तैयार होगा, जिसमें कुल 1800 बेड का अत्याधुनिक अस्पताल शामिल होगा। यह अस्पताल गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ मंडल, पश्चिमी बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र के लाखों लोगों को चौबीसों घंटे सेवा प्रदान करेगा।
मेडिकल कॉलेज की स्थापना और विकास के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटियों का सहयोग लिया जा रहा है। प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय महेश्वरी की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय कमेटी बनाई गई है, जिसमें एम्स नई दिल्ली के डॉ. संजीव सिन्हा और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं।
तत्कालीन राष्ट्रपति ने किया था विश्वविद्यालय का उद्घाटन-
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का उद्घाटन 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। अब इस विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज के माध्यम से 1800 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल का सपना भी साकार हो रहा है। पहले सत्र में 50 सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्सालय पहले से ही उपलब्ध है। जल्द ही इसमें 1800 बेड का नया अस्पताल भी जुड़ जाएगा, जिससे भविष्य में मेडिकल कॉलेज में सीटों का विस्तार हो सकेगा।
गोरखपुर के लोग, विशेषकर युवाओं, के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो उन्हें उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने और अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
यह भी पढ़ें:- यूपी के इस जनपद में बनेगा बटरफ्लाई पार्क, विदेशी पर्यटक होंगे आकर्षित