लखनऊ: 16 अगस्त को निषाद पार्टी अपना स्थापना दिवस मनाएगी। इसको देखते हुए तैयारियां तेज हैं। निषाद पार्टी के अध्यक्ष व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। स्थापना दिवस से पहले पार्टी ने अपनी नीतियों में बदलाव करने का निर्णय लिया है। अब संगठन में जमीनी पकड़ वाले नेताओं को अधिक महत्व मिलेगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि जमीनी पकड़ रखने वाले नेताओं के साथ-साथ संगठन की बैठकों में अधिक भीड़ जुटाने वाले कार्यकर्ताओं को भी निषाद पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी।
ऐसे कार्यकर्ताओं को निषाद पार्टी व संगठन के विभिन्न मोर्चों में कहीं न कहीं समायोजित किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इन नेताओं को पार्टी के स्थापना दिवस के दिन शक्ति प्रदर्शन करना होगा। इस दिन कार्यक्रम में जो भी नेता व कार्यकर्ता जितनी अधिक भीड़ जुटाने में सफल रहेगा, उसे संगठन उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी।
निषाद पार्टी ने सभी कार्यकरिणियों को कर दिया था भंग
लोकसभा चुनाव में अपेक्षाकृत परिणाम न आने के कारण, निषाद पार्टी अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने 1 जुलाई को प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर तक की सभी कार्यकारिणियों को भंग कर दिया था। साथ ही पार्टी के सभी प्रकोष्ठ और मोर्चा की यूनिटों को भी भंग कर दिया गया था। अब सभी कार्यकरिणी के गठन का कार्य नए सिरे से प्रारंभ हो रहा है। इसको देखते हुए जनाधार वाले नेताओं की तलाश की जा रही है। वहीं, अब निषाद पार्टी प्रदेश को 10 जोन में बांट कर, प्रत्येक जोन में एक-एक कोऑर्डिनेटर तैनात करेगी। जिससे संगठन को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: हाथरस हादसे के बाद सूरजपाल जाटव पर फूटा मायावती का गुस्सा, कहा- ‘ऐसे बाबाओं के विरुद्ध हो कार्रवाई’
2016 में हुआ था निषाद पार्टी का गठन
डॉक्टर संजय निषाद ने 16 अगस्त 2016 निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल का गठन किया था। जिसे शार्ट में निषाद पार्टी कहा जाता है। निषाद पार्टी ने 2022 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था। जिसमें वह 6 सीटें जीतने में सफल रही थी। हालांकि, 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने निषाद पार्टी को कोई भी सीट नहीं दी थी। लेकिन, डॉ संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद को भाजपा ने अपने सिंबल पर संतकबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया था। लेकिन, वह अबकी बार चुनाव जीतने में सफल नहीं हुए। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह इसी सीट पर भाजपा के सिंबल पर चुनाव जीते थे।