दिल्ली शराब नीति से जुड़े CBI मामले में आरोपी मनीष सिसोदिया को फिलहाल राहत नहीं मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 जुलाई तक मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया है।
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कोर्ट में पेशी के बाद वापस तिहाड़ गए सिसोदिया
इससे पहले राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की कस्टडी 6 जुलाई तक बढ़ाई थी। लेकिन आज शनिवार को हिरासत खत्म होने के कारण कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें वापस तिहाड़ जेल ले जाया गया है। सीबीआई ने सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। ED ने न्यायिक हिरासत के दौरान उन्हें 9 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया था। तब से लेकर अभी तक मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं।
बता दें कि 3 जुलाई को दिल्ली की अदालत ने शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ाई थी।
क्या है दिल्ली शराब घोटाला मामला ?
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को एक्साइज पॉलिसी 2021-22 को लागू किया था। इस नई पॉलिसी के तहत, पूरी दुकानें निजी हाथों में चली गईं। दिल्ली सरकार का दावा था कि नई शराब नीति से माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी। हालांकि विवाद होने पर 28 जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार ने इसे रद्द कर दिया। कथित शराब घोटाले का खुलासा 8 जुलाई 2022 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट से हुआ था। रिपोर्ट में मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद दिल्ली के LG वी के सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को केस दर्ज किया। इसमें पैसों की हेराफेरी का भी आरोप भी लगा था, इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने भी केस दर्ज किया है।
मुख्य सचिव की रिपोर्ट में मनीष सिसोदिया पर गलत तरीके से शराब नीति तैयार करने का आरोप लगा था। सिसोदिया पर नई नीति के जरिए लाइसेंसधारी शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप है।