लखनऊ: इन दिनों देश भर में हाथरस हादसे की चर्चा है। सत्संग के दौरान मची भगदड़ से 121 लोगों की जान चली गई। साथ ही 28 लोग घायल हो गए। लोग अपनी संवेदनाएं प्रकट करने के लिए पीड़ित परिवार वालों से मिलने पहुंच रहे थे। पहले सीएम योगी और उसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाथरस हादसे के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी। अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोगों से ऐसे बाबाओं के बहकावे में न आने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने सूरजपाल जाटव उर्फ भोले बाबा के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
हाथरस हादसे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से तीन पोस्ट की हैं। मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा कि देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह है।
उन्होंने आगे लिखा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी। अर्थात् इन्हें अपनी पार्टी बीएसपी से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे कांडों से बच सकते हैं। जिसमें 121 लोगों की हुई मृत्यु अति-चिन्ताजनक है।
बसपा सुप्रीमो ने सूरजपाल जाटव जैसे बाबाओं के खिलाफ कानून कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए, ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़।