Lucknow News- रायबरेली में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जय प्रकाश नारायण बालिका विद्यालय में अर्थशास्त्र की प्रवक्ता शालू कमल ने डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगने की शिकायत की है। उन्होंने इस मामले की शिकायत राज्यमंत्री असीम अरुण से की। मामले का संज्ञान लेते हुए मंत्री ने लखनऊ पुलिस आयुक्त को सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना कराने के लिए पत्र लिखा है। शिकायतकर्ता शिक्षिका ने बाजारखाला पुलिस को प्रार्थना पत्र के साथ कुछ साक्ष्य भी सौंपे हैं।
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75 हजार रुपए नगद और 25 हजार रुपए ऑनलाइन दिए गए
पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में बताया गया है, कि फरवरी 2024 में उनके साथ कई अन्य शिक्षिकाओं का भी प्रमोशन होना था। फरवरी में ही शिकायतकर्ता की मुलाकात आरोपी शिक्षिका पूनम वर्मा से हुई। शालू कमल का आरोप है, कि इस दौरान पूनम ने प्रमोशन करवाने के लिए लखनऊ स्थित आवास पर आकर मिलने के लिए कहा। 14 फरवरी को लखनऊ में मुलाकात के बाद पूनम को 75 हजार रुपए नगद और 25 हजार रुपए ऑनलाइन देने की बात प्रार्थना पत्र में लिखी है। आरोप है, कि पूनम द्वारा वाराणसी में नियुक्त एक अन्य प्रवक्ता रागिनी सिंह से भी 50 हजार रुपए लिए गए हैं।
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रुपए वापस मांगने पर मिली धमकी
आरोपी शालू कमल ने बताया, कि काम नहीं होने पर जब रुपए वापस मांगा. तो पूनम ने कहा कि पैसा हमने नागेन्द्र सर की जिम्मेदारी पर लिया था, बहस करोगी तो नौकरी के लाले पड़ जाएंगे। शालू के अनुसार, रुपए लेते समय पूनम ने कहा था कि निदेशालय के सारे अधिकारी उसका कहना मानते हैं, और सारा काम ले-देकर करवा दूंगी।
भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
मंत्री असीम अरुण का कहना है, कि लम्बे समय के बाद प्रधानाध्यापकों के प्रमोशन हुए हैं। इसके लिए पूर्ण पारदर्शिता अपनाने की कोशिश की गई है। जिस भी कर्मचारी ने पैसा लिया है, उसके खिलाफ आपराधिक एवं प्रशासनिक कार्रवाही की जाएगी। किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।