हाथरस हादसे की जांच कर रही एसआईटी ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में चल रही जांच में डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान दर्ज हुए है।
बता दें कि दो जुलाई को सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था। एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई थी।
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एसआईटी रिपोर्ट में किस-किस के बयान ?
एसआईटी का गठन हादसे के मूल कारण और लापरवाही और अनदेखियों को उजागर करना था। हालांकि ये रिपोर्ट बुधवार को ही देनी थी, मगर राहत व बचाव कार्य जारी रहने और मुख्यमंत्री के आने के कारण जांच पूरी नहीं हो सकी थी। इस रिपोर्ट में घटनास्थल पर तैनात एक-एक पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंसकर्मी, डॉक्टर, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसपी के बयान शामिल हैं। कहा जा रहा है कि अब इस रिपोर्ट के आधार पर बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है।
हाथरस हादसे में अब तक 6 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
हाथरस हादसा मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 2 महिलाएं भी हैं। गिरफ्तार किए गए सभी लोग आयोजन समिति के सदस्य और सेवादार हैं। इस हादसे में सभी 121 मृतकों की पहचान हो चुकी है। मरने वालों में 2 पुरूष, 112 महिलाएं, 6 बच्चे और 1 बच्ची शामिल है। सभी का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है। पूछताछ के लिए अभी 12 लोग पुलिस हिरासत में है। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की है। मुख्य आरोपी और फरार सेवादार प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया है। उनके खिलाफ एनबीडब्ल्यू की भी कार्रवाई होगी।