रांची: झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के इस्तीफा देने के बाद हेमंत सोरेन तीसरी बार प्रदेश की कमान संभालेंगे। हेमंत को इंडिया गठबंधन के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। जिसके बाद राज्यपाल सीवी राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को प्रदेश का मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। वह आज शाम 5 बजे राजभवन में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि हेमंत सोरेन को प्रदेश का मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने से पूर्व, बुधवार को सीएम चंपई सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। इस्तीफा सौंपने से पहले विधायक दल की बैठक में चंपाई सोरेन ने हेमंत के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया था। जिसके बाद आज गुरुवार को हेमंत सोरेन ने राजभवन पहुंच कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
उल्लेखनीय है कि 31 जनवरी को हेमंत सोरेन को ED ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने झारखंड के सीएम पद से इस्तीफा देकर, चंपाई सोरेन को सीएम की कुर्सी पर बैठाया था। हालांकि, हेमंत को 28 जून को हाई कोर्ट से जमानत मिली थी। जिसके बाद वह तीसरी बार प्रदेश की कमान संभालेंगे।
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झारखंड में किस दल के पास कितने विधायक
झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटे हैं। जिसमें से झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के पास 29 विधायक, कांग्रेस के पास 17, आरजेडी के पास 1, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के पास 2, एनसीपी के पास 1 व वाम दल के पास 1 विधायक है। वहीं, प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा के पास 26 विधायकों की संख्या है। लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बिगड़े सियासी समीकरणों से झारखंड की महागंठबधन सरकार को अब सिर्फ 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।