सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कुछ ऐसा कहा कि बीच में जवाब देने के लिए पीएम मोदी को खड़ा होना पड़ा। दरअसल जब सदन में राहुल गांधी संविधान के बहाने मोदी सरकार पर जमकर हमला कर रहे थे, तभी उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे हंगामा खड़ा हो गया।
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राहुल ने ऐसा क्या कहा कि सदन में हुआ हंगामा
दरअसल राहुल गांधी ने कहा कि, “मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। इसका कारण है। हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, ये डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने ये संदेश दिया कि डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए।”
राहुल के बयान पर पीएम मोदी और अमित शाह ने जताया विरोध
राहुल गांधी की इस पर पीएम मोदी ने खड़े होकर अपना विरोध जताया और कहा कि “पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है।” इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी खड़े होकर विरोध किया। फिर राहुल गांधी के इस बयान पर सत्ता पक्ष के अन्य सदस्यों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि “पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है।”
वहीं राहुल के इस बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इस धर्म को करोड़ों लोग गर्व से हिंदू कहते हैं।” अमित शाह ने कहा कि “राहुल कहना चाहते हैं कि देश के करोड़ों हिंदू हिंसक हैं। शाह ने आगे कहा कि क्या नेता प्रतिपक्ष माफी मांगेंगे। हिंसा को किसी धर्म से जोड़ना गलत है। राहुल को देश से माफी मांगनी चाहिए।”