अयोध्या- सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद अवधेश प्रसाद कल रविवार को अयोध्या में रामपथ का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों को देखकर नाराजगी जाहिर की। अवधेश प्रसाद ने कहा कि उच्चस्तरीय निरीक्षण के बाद काम में गड़बड़ी कैसे हुई। इसकी जांच हो साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने बताया कि लोकसभा सत्र के दौरान मुझे जानकारी मिली कि बारिश की वजह से रामपथ मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया।
इससे रामभक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि सपा सांसद ने कहा कि लोकसभा सत्र के दौरान मुझे सूचना मिल रही थी कि रामपथ मार्ग ध्वस्त होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके घरों में पानी भर रहा है। जगह-जगह जलभराव की समस्या है। इसके अलावा तमाम तरह की समस्याएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता लगा कि रेलवे स्टेशन की दीवार भी गिर गई। सांसद अवधेश प्रसाद ने आगे बताया कि यह मेरे लोकसभा क्षेत्र का मामला है।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम के क्षेत्र का मामला है। इसलिए मैं किसी के कहने के आधार पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकता। मैं पहले मौके पर जाऊंगा और उसके बाद वस्तुस्थिति को समझने का प्रयास करूंगा। इसके बाद ही किसी नतीजे पर जाऊंगा। इसके बाद जब मैं मौके पर पहुँचा तो लोगों द्वारा बताया गया कि सड़क पर गड्ढा है, सड़क धँस चुकी है। जिसके बाद मैंने लोगों से पूछा कि गड्ढा कहां है! इस पर लोगों ने कहा कि जैसे ही पता चला कि आप आ रहे हैं, तो इसके तुरंत बाद गड्ढा भर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस तरह की स्थिति मैंने 5-6 जगहों पर देखी।
सांसद बोले- उच्च स्तरीय जांच की करेंगे मांग-
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि देखिए यह कोई मामूली मामला नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा मामला है। राम के नाम पर सड़क बनी है। इसकी समीक्षा होती रही है। हम मांग करेंगे कि इसकी उच्चस्तरीय जांच की जाए। और इसमें जो भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की हो। उन्होंने कहा मैं इस मामले को लोकसभा में भी उठाऊंगा। इसके अलावा, जब उनसे पूछा गया कि अगर बनाने वाले कंपनी दोषी पाई जाती है, तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जाए?
इस पर उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे को कल लोकसभा में उठाऊंगा और मांग करूंगा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच हो और जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को मानसून की पहली बारिश होने के बाद अयोध्या स्थित राम मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क रामपथ क्षतिग्रस्त हो गई। इसे संज्ञान में लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल इससे जुड़े अधिकारियों को तलब कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
इस प्रोजेक्ट से जुड़े एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया। साथ ही सीएम योगी ने मामले की जांच के निर्देश देकर जल्द ही रिपोर्ट मांगी है।
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