भारतीय नौसेना दुनिया के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय समुद्री अभ्यास में हिस्सा ले रही है। इसके तहत स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट INS शिवालिक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री अभ्यास,,, रिम ऑफ द पैसिफिक (रिमपैक) के 29वें संस्करण में भाग लेने पहुंच गया है। अमेरिकी नौसेना के अनुसार, थीम के तहत आयोजित होने वाले इस अभ्यास के दौरान लगभग 29 देश, 40 सतही जहाज, 3 पनडुब्बियां, 14 राष्ट्रीय भूमि बल, 150 से अधिक विमान और 25,000 से अधिक कर्मी हवाई द्वीप में और उसके आसपास प्रशिक्षण और संचालन करेंगे। यह अभ्यास 1 अगस्त तक चलेगा।
US पैसिफिक फ्लीट के कमांडर द्वारा आयोजित इस अभ्यास में भाग लेने वाली सेनाएं आपदा राहत से लेकर समुद्री सुरक्षा अभियानों और समुद्री नियंत्रण से लेकर जटिल युद्ध लड़ने तक क्षमताओं की विस्तृत श्रृंखला का अभ्यास करेंगी। “रिम ऑफ द पैसिफिक अभ्यास” पिछले कुछ सालों में विश्व का सबसे बड़ा और प्रमुख संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण अवसर बन गया है। अभ्यास का उद्देश्य संबंध बनाना और दक्षता को बढ़ाना और शांति-स्थिरता में योगदान करना है।
तोपखाने, मिसाइल, पनडुब्बी रोधी और वायु रक्षा अभ्यास, सैन्य चिकित्सा, मानवीय सहायता, आपदा राहत, समुद्री डकैती विरोधी, विस्फोटक आयुध निपटान, खदान निकासी अभियान और गोताखोरी बचाव अभियान भी आयोजित किए जाएंगे। अभ्यास के दौरान भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रुनोई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, इक्वाडोर, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इज़राइल, इटली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू और दक्षिण कोरिया जैसे देश इसमें शामिल हैं। इनके अलावा फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका भी इसमें हिस्सा ले रहा है।
बता दें कि महीने की शुरुआत में INS शिवालिक ने जापान के योकोसुका में आयोजित द्विपक्षीय जापान-भारत समुद्री अभ्यास 2024 के 8वें संस्करण में भाग लिया था। क्षेत्र में भारतीय नौसेना जहाज की तैनाती का उद्देश्य जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स, अमेरिकी नौसेना और RIMPAC 24 में भाग लेने वाली अन्य भागीदार नौसेनाओं के साथ अंतरसंचालनीयता की डिग्री को बढ़ाना है।
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