लखनऊ: सपा सांसद आरके चौधरी के संसद से सेंगोल हटाने वाली मांग पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसको लेकर अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट की है। बसपा सुप्रीमो ने सपा को नसीहत देते हुए लिखा कि सेंगोल को संसद में लगाना या नहीं, इस पर बोलने के साथ-साथ सपा के लिए यह बेहतर होता कि यह पार्टी देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हितों में तथा आम जनहित के मुद्दों को भी लेकर केन्द्र सरकार को घेरती।
1. सेंगोल को संसद में लगाना या नहीं, इस पर बोलने के साथ-साथ सपा के लिए यह बेहतर होता कि यह पार्टी देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हितों में तथा आम जनहित के मुद्दों को भी लेकर केन्द्र सरकार को घेरती।
— Mayawati (@Mayawati) June 28, 2024
उन्होंने आगे लिखा कि जबकि सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है, तथा सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरूद्ध फैसले भी लेती है। इनके महापुरूषों की भी उपेक्षा करती है। इस पार्टी के सभी हथकण्डों से जरूर सावधान रहें।
2. जबकि सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है तथा सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरूद्ध फैसले भी लेती है। इनके महापुरूषों की भी उपेक्षा करती है। इस पार्टी के सभी हथकण्डों से जरूर सावधान रहें।
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उल्लेखनीय है कि सपा के मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद आरके चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पोस्ट लिखकर लोकसभा में स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सेंगोल के स्थान पर संविधान की प्रति स्थापित की जाए। जिसके बाद से राजनीतिक विवाद बढ़ने लगा था। भाजपा ने सपा सांसद के इस मांग पर कड़ी आपत्ति जताई थी। अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसको लेकर सपा को नसीहत दी है।