नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने आज गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। कहा जा रहा है कि विपक्ष के नेताओं की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से यह शिष्टाचार भेंट थी। सूत्रों का कहना है कि पहले यह भेंट बुधवार को ही होनी थी, लेकिन ओम बिरला द्वारा लोकसभा में इमरजेंसी को लेकर दिए गए बयान के बाद यह भेंट टल गई थी। जो आज गुरुवार को हुई।
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। pic.twitter.com/14onqr93yG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2024
विपक्षी नेताओं की लोकसभा स्पीकर से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणु गोपाल कहा कि ‘यह एक शिष्टाचार भेंट थी। राहुल गांधी ने ओम बिरला के समक्ष सदन में उठाए गए आपातकाल के मुद्दे पर बातचीत की और विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आपातकाल पर बयानबाजी को नजरंदाज किया जा सकता था। यह पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित था।
#WATCH दिल्ली: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। pic.twitter.com/nNWDaK7gav
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राहुल गांधी के साथ इस बैठक में समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव, डिंपल यादव, द्रमुक सांसद कनिमोझी, NCP शरद पावर गुट की सांसद सुप्रिया सुले व टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी सहित कई पार्टी के नेता मौजूद रहे। इन नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर अपनी बातें उनके सामने रखीं।
आपालकाल को लेकर क्या बोले थे ओम बिरला?
बुधवार को कार्यभार संभालने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा में आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पेश किए गए प्रस्ताव पर अपनी बात रखी। उन्होंने आपातकाल के काले दौर का जिक्र करते हुए कहा कि यह सदन 1975 में देश में लगाई गई इमरजेंसी की कड़े शब्दों में निंदा करता है। हम उन लोगों के प्रयासों की सराहना करते हैं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया।