झारखंड के पूर्व CM हेमंत सोरेन को कोर्ट से फिर झटका लगा है। रांची में PMLA की स्पेशल कोर्ट ने हेमंत सोरेन समेत जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 12 आरोपियों की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी है।
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गुरुवार को जमीन घोटाला मामले में सेंट्रल जेल में बंद हेमंत सोरेन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी। अब इस मामले में हेमंत सोरेन समेत अन्य आरोपियों की अगली पेशी 11 जुलाई को होगी। जिन लोगों की कोर्ट में पेशी हुई, उनमें झामुमो नेता अंतु तिर्की, राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद, मो. अफसर अली, मो. सद्दाम, इरसाद अख्तर, मो. इरशाद, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय, शेखर कुशवाह, कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और चौकीदार संजीत कुमार शामिल रहे।
जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीती 31 जनवरी को 8 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे जेल में बंद हैं। इस मामले में अब तक कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित
कुछ दिनों पहले हेमंत सोरेन ने झारखंड हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिसपर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। हेमंत सोरेन के वकील कपिल सिब्बल ने सुनवाई के दौरान कहा था कि ईडी के पास हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने का कोई आधार नहीं है। राजनीति से प्रेरित होकर उनके मुवक्किल को फंसाया जा रहा है। जांच एजेंसी के पास कोई ठोस सबूत नहीं है, जबकि दूसरी तरफ ईडी के वकील ने उनके जमानत याचिका का पुरजोर विरोध किया था। उनका कहना था कि हेमंत सोरेन प्रभावशाली व्यक्ति है। अगर उन्हें जमानत दी जाती है तो वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं।