कोलकाता: लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच वार-पलटवार जारी है। NDA के अलावा विपक्षी गठबंधन ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को स्पीकर पद का प्रत्याशी बनाया है। लेकिन, इससे ममता दीदी नाराज हो गई हैं। टीएमसी का कहना है कि कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष प्रत्याशी के रूप में के. सुरेश का नाम घोषित कर दिया, लेकिन हमारी राय तक नहीं ली। इसी से नाराज टीएमसी सांसदों ने सुरेश के नामांकन के प्रस्ताव पर साइन नहीं किए।
उल्लेखनीय है कि एनडीए ने एक बार फिर से भाजपा सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। वह 17वीं लोकसभा में अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं। जबकि विपक्षी गठबंधन की ओर से कांग्रेस सांसद के. सुरेश को स्पीकर पद का प्रत्याशी बनाया गया है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने उनके प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। जिसको देखते हुए विपक्षी गठबंधन के कई बड़े नेता ममता बनर्जी को मनाने में लगे हुए हैं।
बता दें की ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस लोकसभा की चौथी सबसे बड़ी पार्टी है। TMC के पास 29 सांसद हैं। जबकि विपक्षी गठबंधन को कुल 234 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। अब अगर ऐसे में टीएमसी के सांसद के. सुरेश के पक्ष में वोट नहीं करते हैं तो उन्हें सिर्फ 205 वोट ही मिलेंगे। हालांकि, उन्हें कुछ निर्दलीय सांसदों का साथ जरूर मिल सकता है। दूसरी ओर एनडीए के लोकसभा में 293 सांसद हैं। ऐसे में ओम बिरला का पड़ला ज्यादा भारी है।
बता दें कि विपक्ष द्वारा के. सुरेश को स्पीकर पद का प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि इस बारे में हमारी पार्टी से संपर्क नहीं किया गया, ना ही हमारी कोई बात हुई है। दुर्भाग्य से यह एकतरफा फैसला है।