नई दिल्ली- राजधानी दिल्ली के रिटायर एडिशनल जिला जज जालसाजों के शिकार हो गए। जालसाजों ने उनसे साढ़े तीन लाख रुपये की ठग लिए। उनकी शिकायत के आधार पर नॉर्थ वेस्ट जिले के साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार ठगी के शिकार हुए रिटायर जज अपने परिवार के साथ मुखर्जी नगर इलाके में रहते हैं। उन्होंने बताया कि जगमीत सिंह सेखो नाम का एक शख्स उनके छोटे भाई चांद कुमार धाम का पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में क्लास फेलो था। इनका छोटा भाई न्यूयॉर्क चला गया है। जबकि जगमीत सिंह सेखो कनाडा चला गया।
फेसबुक पर जगमीत सिंह सेखो की ID से इन्हें पता चला कि उनका जन्मदिन 10 जून को है। इन्होंने उन्हें बर्थ डे विश का मेसेज भेजा। 12 जून को कनाडा से जगमीत सिंह सेखो का मेसेज आया कि वह भारत आ रहे हैं। साथ ही लिखा कि वह साढ़े 12 लाख रुपये भेज रहे है। इसके लिए जगमीत सिंह ने ब्लैंक चेक की फोटो स्टेट कॉपी मांगी। जज को तनिक भी शक नहीं हुआ। उन्होंने चेक की कॉपी भेज दी। फिर उसी कथित कनाडा के जगमीत सिंह सेखो का एक वट्सएप मेसेज मिला।
जिसमें उसने रॉयल बैंक की एक बैंक स्लिप भेजी। जिसमें साढ़े 12 लाख रुपये लिखे हुए थे। इसके बाद कनाडा से जगमीत सिंह सेखो ने मेसेज दिया कि उसको भारत में अपने ट्रैवल एजेंट को साढ़े तीन लाख रुपये देने हैं। कुछ समय बाद उनके पास ट्रैवल एजेंट कुंदन कुमार का फोन आया। उसने अपनी बैंक डिटेल भेजी। जो पंजाब नेशनल बैंक मोतिहारी की थी। भरोसा होने पर उन्होंने कुंदन को साढ़े तीन लाख रुपये भेज दिए। लेकिन उनको रॉयल बैंक से वो साढ़े 12 लाख रुपये नहीं मिले।
लेकिन बाद में पता चला कि जो बैंक एडवाइस भेजी गई थी वो जाली दस्तावेज थे। इसी बीच कनाडा से और ट्रैवल एजेंट की कई बार कॉल आई। साथ ही और रकम भेजने के लिए कहा। रकम नहीं भेजने पर ट्रैवल एजेंट ने पीड़ित का एक वॉइस मेसेज भी भेजा। जिसमें वे अधिक पैसे की डिमांड कर रहे थे। ऐसा न करने पर वे धमकी देने लगे। पीड़ित को शक हुआ। उन्होंने कोई रकम नहीं भेजी। फिलहाल नॉर्थ वेस्ट जिले के साइबर सेल थाने की पुलिस ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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