एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानि GDP की वृद्धि दर अनुमान को 6.8 फीसदी पर कायम रखा है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि ऊंची ब्याज दरों और कम राजकोषीय प्रोत्साहन से मांग में कमी आएगी। बता दें कि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 फीसदी की दर से बढ़ी है।
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एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स का अनुमान
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने सोमवार को एशिया प्रशांत के लिए जारी आर्थिक परिदृश्य में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी आर्थिक वृद्धि के साथ हैरान कर रही है। रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसदी पर आ जाएगी। एसएंडपी ने अनुमान जताया कि वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रमश: 6.9 फीसदी और सात फीसदी की दर से बढ़ेगी।
चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एसएंडपी का भारत के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुमान से कम है। इस महीने केंद्रीय बैंक ने अनुमान जताया था कि चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
फिच का क्या है अनुमान ?
एक अन्य एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2024-2025 में भारत की GDP वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं एशियाई विकास बैंक (एडीबी) का अनुमान है कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहेगी।
मूडीज रेटिंग्स, डेलॉयट इंडिया और मॉर्गन स्टेनली का क्या है अनुमान ?
इसके अलावा मूडीज रेटिंग्स और डेलॉयट इंडिया का अनुमान है कि 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वहीं मॉर्गन स्टेनली ने 6.8 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है।