Prayagraj News- प्रयागराज में जनवरी 2025 में महाकुम्भ मेले की शुरुआत होने जा रही है। मेले की शुरुआत से पहले पौराणिक महत्व वाले मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से करोड़ों रुपए की लागत से कार्य शुरु करवा दिया गया। इसके साथ ही मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें- 30 जून के बाद क्रेडिट कार्ड पेमेंट में हो सकती है परेशानी, RBI के इन निर्देशों से साइबर फ्रॉड पर लगेगी लगाम !
पर्यटकों को मिलेंगी सुविधाएं
महाकुम्भ मेले की तैयारियों को लेकर क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। इसकी शुरुआत से पहले जिले के सभी पौराणिक महत्व वाले प्राचीन मंदिरों को संवारने का काम शुरु कर दिया गया है। शहर के 20 से अधिक मंदिरों को चिन्हित करते हुए उनका सौंदर्यीकरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग क्षेत्र के मंदिरों को पर्यटन के लिए विकसित करने की योजना बन चुकी है। करोड़ों रुपए की लागत से मंदिरों के गेट से लेकर उनके भवन के आस-पास वाले क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। मंदिर परिसर के साथ ही आस-पास के इलाके को विकसित करके वहां पर लोगों के बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था भी की जाएगी साथ ही जरूरत के अनुसार छाया उपलब्ध कराने के लिए शेड की व्यवस्था भी की जाएगी।
करोड़ों की लागत से किया जा रहा सौंदर्यीकरण
अपराजिता सिंह ने बताया कि प्रयागराज के भारद्वाज आश्रम और लेटे हनुमान मंदिर के साथ ही अक्षयवट कॉरिडोर का निर्माण करवाया जा रहा है। कई मंदिरों के बाहर फसाड लाइट्स लगाई जाएंगी। भारद्वाज आश्रम पर 13 करोड़, दशाश्वमेघ मंदिर पर 2 करोड़, नागबासुकी मंदिर पर 3 करोड़, अलोपशंकरी पर 6.5 करोड़, मनकामेश्वर मंदिर पर 7 करोड़, द्वादश माधव मंदिर पर 13 करोड़ खर्च किए जाएंगे। साथ ही दुर्वासा आश्रम, पड़ीला महादेव समेत अन्य मंदिरों को भी संवारने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नवंबर महीने तक सभी मंदिरों को सजाने संवारने का काम पूरा कर लिया जाएगा।