Lucknow News- उत्तर प्रदेश में बाघों व हाथियों के संरक्षण को लेकर योगी सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी गई है। बाघों और हाथियों के संरक्षण से जुड़े स्पेशल प्रोजेक्ट के लिए 5.31 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। टाइगर और एलिफेंट रिजर्व्स में जीव-जंतुओं के संरक्षण के साथ ही यहां छिपी पर्यटन की संभावनाओं को भी चिन्हित करने और उन्हें विकसित करने का काम किया जा रहा है।
5.31 करोड़ की धनराशि देने को हुए हैं आदेश
सरकार द्वारा बाघों व हाथियों के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट टाइगर और प्रोजेक्ट एलीफेंट की शुरुआत की गई है। इस परियोजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के विभिन्न रिजर्व्स में काम किया जा रहा है। परियोजना के अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर काम हो रहा है। इन्हीं कार्यों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने केंद्र से प्राप्त सहायता धनराशि को राज्यांश संग समाहित करते हुए धनराशि जारी की है। इसके लिए वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक तथा विभागाध्यक्ष को शासनादेश दिया गया है। परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल मिलाकर 5.31 करोड़ रुपए की धनराशि दी गई है।
कई मदों में किया जाएगा धनराशि का इस्तमाल
परियोजना के अंतर्गत जारी की गई धनराशि को कई मदों में उपयोग लिया जाएगा। आवंटित धनराशि के जरिए मशीनों, संयंत्रों और उपकरणों के क्रय तथा निर्माण कार्यों की पूर्ति का मार्ग प्रशस्त होगा। इसके अतिरिक्त कार्यालय व्यय तथा मजदूरी समेत विभिन्न मदों में धनराशि का उपयोग किया जाएगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश में रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्रों के टूरिस्ट एरिया में तमाम प्रकार की पर्यटक सुविधाओं से संबंधित विकास के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें जलाशय निर्माण समेत जीवों के संरक्षण के उद्देश्य से विभिन्न कार्यों को पूर्ण किए जाने की प्रक्रिया भी शामिल है।