मुजफ्फरनगर: पश्चिम यूपी के दो बड़े बीजेपी नेता संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच जारी जुबानी जंग से राजनीतिक माहौल गर्म है। जिसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने दोनों नेताओं को एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी न करने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान को अबकी बार हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने अपनी हार के लिए अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व विधायक संगीत सोम को जिम्मेदार ठहराया था।
वहीं, प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच जारी बयानबाजी का संज्ञान लिया है। प्रदेश नेतृत्व ने दोनों नेताओं को एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी न करने की सलाह दी है। साथ ही हार की समीक्षा करने के लिए जिलाध्यक्ष, लोकसभा प्रभारी, लोकसभा संयोजक, क्लस्टर प्रभारी से रिपोर्ट मांगी है। इन पदाधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
जब इस मामले पर पत्रकारों ने पूर्व मंत्री डॉ संजीव बालियान से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर मुझे कुछ नहीं कहना, यह हमारी पार्टी का अंदरूनी मामला है। उल्लेखनीय है कि अबकी बार मुजफ्फरनगर से सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक ने जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को चुनाव हराया है।
गौरतलब है कि संजीव बालियान ने पूर्व में संगीत सोम का बिना नाम लिए उन पर हमला बोला था। बालियान ने कहा था कि सरकारी सुविधाएं लेते हुए भी एक पूर्व विधायक ने सपा प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया। उन्होंने कहा एक पूर्व विधायक ने न सिर्फ विभीषण बनकर भीतर घात की, बल्कि शिखंडी बनकर छिपकर वार भी किया। जिसके चलते मुस्लिम मतदाताओं का ध्रुवीकरण हुआ और हिंदू समाज जातियों में बंट गया। इसी कारण मैं हार गया।
वहीं, संगीत सोम ने इस मामले में खुलकर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। पत्रकारों ने उनसे संपर्क किया तो सोम ने कहा कि उन्हें जो भी कुछ कहना है कि वह पार्टी फोरम में कहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरी जिम्मेदारी सिर्फ सरधना की थी। लेकिन, संजीव बालियान चरथावल में क्यों हारे? वह उनके घर का इलाका है। आगे संगीत सोम ने कहा कि मैं इतना बड़ा नेता नहीं हूं, कि घर बैठकर एक केंद्रीय मंत्री को चुनाव हरा दूं।