नई दिल्ली: पहली बार बहुमत मिलने के बाद भाजपा ओडिशा में सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मोहन चरण माझी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वह राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में आज यानी बुधवार 12 जून को शपथ लेंगे। मोहन चरण माझी के साथ 6 बार के विधायक केवी सिंह देव और पहली बार विधायक बनीं प्रवती परिदा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगी।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व भूपेंद्र यादव को ओडिशा का पर्यवेक्षक नियुक्त करके भेजा गया था। दोनों नेताओं ने मोहन चरण माझी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सभी विधायकों ने स्वागत किया।
मोहन चरण माझी क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। माझी आदिवासी समाज से आते हैं। इसके पहले वह ओडिशा विधानसभा में भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं। चार बार के विधायक मोहन चरण की आयु 53 साल की है। अबकी बार उन्होंने बीजेडी प्रत्याशी मीना माझी को बड़े अंतर से चुनाव हराया है।
मोहन माझी का आरएसएस से जुड़ाव रहा है। उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर में अध्यापन का कार्य भी किया। फिर वह 1997 में सरपंच चुने गए। 2000 में उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बने। इसके अलावा वह एससी और एसटी की स्थायी समिति के सदस्य भी रहे हैं।
2005-2009 के बीच सरकारी उप मुख्य सचेतक के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाया। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें 2019 – 2024 के बीच विधानसभा में विपक्ष के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया। इसी दौरान उन्होंने 2022-2024 के बीच लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
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मोहन माझी को कुशल संगठक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने ओडिशा में भाजपा को मजबूत करने का कार्य किया। वह समाज सेवा व संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कार्य किया है।
ओडिशा में भाजपा के कितने विधायक हैं?
2024 के विधानसभा चुनाव में ओडिशा की कुल 147 सीटों में से भाजपा ने 78 सीटों पर जीत दर्ज की है। जिसके बाद पहली बार भाजपा को राज्य में पूर्ण बहुमत मिला है। वहीं, बीते 24 सालों से सत्ता पर काबिज बीजेडी को 51 व कांग्रेस पार्टी को 14 सीटें मिली हैं।