Agra News- उत्तर प्रदेश में CB-CID के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने की शुरुआत हो चुकी है। इसके अन्तर्गत आगरा व लखनऊ जोन में 10 थाने बनाए जाएंगे। इसके लिए शासन को प्रस्टाव भेज दिया गया।
आगरा समेत उत्तर प्रदेश के 10 शहरों में सीबीसीआईडी का कार्यक्षेत्र बढ़ाने के लिए थाने खोलने की तैयारी है। नए थाने खुलने के बाद सीबीसीआईडी अपने यहां अभियोग पंजीकृत कर खुद ही आरोपी को गिरफ्तार कर सकेगी। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का काम भी कर सकेगी। बता दें कि सीबीसीआईडी आगरा जोन के पास 50 से अधिक विवेचना लंबित हैं।
आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद उनकी गिरफ्तारी को संबंधित पुलिस थाने की मदद लेती है। आरोपी को दाखिल भी संबंधित थाने में किया जाता है। मगर, अब विजिलेंस की तर्ज पर थाने खुलने पर सीबीसीआईडी इन तमाम झंझटों से मुक्त हो जाएगी। वह आरोपी को सीधे गिरफ्तार करके अपने ही थाने में हिरासत में ले सकेगी। विवेचक केस डायरी भी सीसीटीएनएस पर ऑनलाइन कर सकेंगे। DIG सीबीसीआईडी अखिलेश कुमार निगम का कहना है कि लखनऊ में दो थाने खोले जाएगें। इसके अलावा आगरा, बरेली, मेरठ, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज थाने खोलने की तैयारी है। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा जा चुका है। आगरा समेत प्रत्येक सीबीसीआईडी जोन कार्यालय में थाने खोलने से उसकी खुद की जीडी होगी। थाने में इंस्पेक्टर समेत पूरा स्टाफ तैनात किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीबीसीआईडी आगरा जोन के पास 50 से अधिक विवेचना लंबित हैं। यूपी के सभी सीबीसीआईडी जोन में यह आंकड़ा सैकड़ों में ह। यहां पर शासन से जांच स्थानांतरित होकर आती हैं। जिनकी विवेचना करके सीबीसीआईडी आरोप-पत्र न्यायालय में प्रेषित करती है। इसके बाद न्यायालयों में चल रहे मुकदमों की पैरोकारी करके आरोपियों को सजा दिलाने का काम करती है।