नई दिल्ली: भाजपा के सहयोगी दलों की सहमति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को NDA के संसदीय दल का नेता चुना लिया गया है। जिसके बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जून रविवार को तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद के रूप में शपथ लेंगे। इसको लेकर तैयारियां तेज हैं। अबकी बार NDA को 293 सीटें मिली हैं। वहीं, भाजपा को कई निर्दलीय सांसदों का भी साथ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कई विदेशी अतिथियों को भी न्यौता भेजा गया है। 9 जून को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी देशों व हिंद महासागर क्षेत्र में स्थित देश के नेताओं को आमंत्रित किया जा रहा है। पीएम मोदी का यह शपथ ग्रहण समारोह भारत की समृद्ध विदेशी नीति का भी जीता जागता प्रमाण है।
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव्स के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जुगनॉथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, भूटान के प्रधानमंत्री टशीरिंग तोबगे और सेशेल्स के उप-राष्ट्रपति अहमद आसिफ शामिल होंगे।
विदेशी अतिथियों के अलावा देश के विभिन्न पार्टियों के नेताओं को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,शपथ ग्रहण समारोह में विस्टा प्रोजेक्ट से जुड़े मजदूर सफाई कर्मियों और ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है।
केंद्र सरकार के विभिन्न योजना के लाभार्थियों व विकसित भारत से जुडे प्रोजेक्ट के कर्मचारियों व मजदूरों को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम 8,000 से अधिक मेहमान शामिल होंगे इसको देखते हुए राष्ट्रपति भवन में तैयारियां जोरों पर हैं।
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नेहरू की बराबरी करेंगे मोदी
9 जून को शपथ लेते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार पीएम बनने के रिकार्ड की बराबरी कर लेंगे। इसके पहले प्रधानमंत्री के रूप में जवाहर लाल नेहरू ने आम चुनाव जीत कर 1952, 1957 और 1962 में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं, अब पीएम मोदी भी 2014, 2019 और 2024 में पीएम पद की शपथ लेंगे।