नई दिल्ली: एग्जिट पोल के आंकड़ों की माने तो तीसरी बार देश में मोदी सरकार बनती हुई दिख रही है। इसको लेकर विपक्षी गठबंधन की धड़कने बढ़ी हुई हैं। इसी के चलते नतीजे आने से पहले ही विपक्षी गठबंधन के कई नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। विपक्षी नेताओं के इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, अभिषेक मनु सिंघवी, सपा नेता, रामगोपाल यादव, डीएमके के नेता टीआर बालू, वाम दल नेता सीताराम येचुरी, डी राजा भी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने पोस्टल बैलेट की गिनती, ईवीएम काउंटिंग और चुनाव परिणाम से जुड़े कई मुद्दों को इलेक्शन कमीशन के सामने रखा है।
चुनाव आयोग से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस नेता व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि इस चुनाव में हम तीसरी बार चुनाव के पास पहुंचे हैं। पहला मुद्दा- पोस्टल बैलेट जोकि एक जानी-मानी प्रक्रिया है। पोस्टल बैलेट परिणाम में निर्णायक साबित होते हैं, इसलिए चुनाव आयोग का एक प्रावधान है जिसके अंतर्गत कहा है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारी शिकायत थी कि चुनाव आयोग ने 2019 की गाइडलाइन से इसे हटा दिया है। इसका परिणाम यह है कि EVM की पूरी गणना हो जाए, उसके बाद अंत तक भी पोस्टल बैलेट की गिनती की घोषणा करना अनिवार्य नहीं रहा है। यह आवश्यक है कि पोस्टल बैलेट जो निर्णायक साबित होता है,उसकी गिनती पहले करना अनिवार्य है।
#WATCH INDIA गठबंधन के नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात की।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “इस चुनाव में हम तीसरी बार चुनाव के पास पहुंचे हैं। पहला मुद्दा- पोस्टल बैलेट जोकि एक जानी-मानी प्रक्रिया है। पोस्टल बैलेट परिणाम में निर्णायक साबित होते हैं, इसलिए चुनाव आयोग का… pic.twitter.com/EqcaL9yqhM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 2, 2024
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वहीं,कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम लोगों से चुनाव आयोग से बात की है। हमें आयोग से संतोषजनक उत्तर मिला है। वहीं, उन्होंने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमने कुछ अनुमान लगाए हैं, इसलिए हम कह रहे हैं कि हमारी सरकार बनेगी। ऐसे भी एग्जिट पोल हैं जो कह रहे हैं कि कांग्रेस की स्थिति अच्छी है। हो सकता इसकी ही कल चर्चा हो। 4 जून को देखें कि सरकार किसकी बन रही है… इस बात को जयराम रमेश ने कहा कि क्योंकि उनका और हम सबका अनुभव 2004 का है, उस समय एग्जिट पोल कुछ और आंकड़े बता रहे थे और परिणाम कुछ और आए थे।