Varanasi News- वाराणसी में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज द्वारा गौ-माता को राष्ट्र-माता घोषित करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से उन्होंने गौ-हत्या को पूरे देश में प्रतिबंधित करने का संकल्प लेते हुए 33 करोड़ सनातनी मतदाताओं से जुड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य कठिन है, लेकिन नामुमकिन नहीं है। बता दें कि अभियान की सफलता के लिए वेबसाइट को लांच किया गया है। शंकराचार्य की उपस्थिति में 33 मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन भी करवाया है।
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गौ-हत्या को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने वाली सरकार चुने
बता दें कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गौ-माता को राष्ट्र-माता घोषित करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज द्वारा की गई। इसके अन्तर्गत भारत में गौ-हत्या को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि अगली बार ऐसी सरकार को चुना जाए, जो देश में गौ-हत्या को पूरी तरह से प्रतिबंधित करें। इसके लिए उन्होंने सनातनी लोगों को संकल्प दिलाते हुए कहा है कि 33 करोड़ मतदाता इस अभियान से जुड़ जाए। इसके लिए वेबसाइट को भी लांच किया गया है। इसके जरिए लोगों जुड़ने की अपील की है।
33 करोड़ सनातनी मतदाताओं से वेबसाइट से जुड़ने की अपील
गौ-हत्या को प्रतिबंधित करने के लिए चलाए जा रहे अभियान से सनातनी लोगों को जोड़ने के उद्देश्य से 1008.guru/go वेबसाइट को भी लांच किया गया है। इस वेबसाइट पर जाकर मतदाता फॉर्म भर कर शंकराचार्य के साथ उसी प्रत्याशी या पार्टी को वोट करने की शपथ ले सकते हैं, जो लिखित रूप में गौ-हत्या को बंद करवाने और गौ-माता को राष्ट्र माता के रूप में प्रतिष्ठित करवाने की उद्घोषणा कर चुका होगा। संकल्प लेने वाले गौ-मतदाता को शंकराचार्य की ओर से ऑनलाइन गौ-मतदाता प्रमाण-पत्र भी आशीर्वाद रूप में उनके फॉर्म में भरे हुए ई-मेल पर और वेबसाइट पर पीडीएफ में डाउनलोड करने पर मिल जाएगा।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि आज एक गौ-महाक्रांति की शुरुआत हो गई है और बहुत जल्द गौ-माता राष्ट्र माता के पद पर प्रतिष्ठित होंगी।