गांधीनगर- गुजरात के गांधीनगर में सभी आरटीओ ऑफिस में ड्राइविंग स्किल का टेस्ट के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए टेस्टिंग ट्रैक पर कुल 17 कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे ड्राइविंग का रियल टाइम और वीडियो कैप्चर करेंगे। जिसके बाद उसे सर्वर में प्रोसेस करेंगे।
यह सिस्टम बताएगा कि ड्राइविंग टेस्ट देने वाला शख्स सही दिशा में जा रहा है या गलत! यह कितनी बार पीछे और आगे बढ़ा? वह ट्रैक पर कितनी बार रुका? AI प्रत्येक चीज की जांच करेगा। इसमें खास बात यह कि यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के ऑटोमैटिक सिस्टम के जरिए की जाएगी।
सभी RTO में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम-
AI बेस्ड सिस्टम की मदद से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के ऑटोमैटिक तरीके से यह पता चलेगा कि टेस्ट देने वाला शख्स परीक्षण में पास हुआ है या नहीं। टेस्ट ड्राइव के दौरान प्रत्येक पैरामीटर में कुछ निश्चित बिंदु होंगे। ड्राइवर ट्रैक के नियमों का पालन कर रहा या नहीं! इसकी निगरानी भी AI से की जाएगी। गुजरात परिवहन आयुक्त कार्यालय का कहना है कि वर्तमान टेस्ट ट्रैक सिस्टम पुराना है और पुराने सॉफ्टवेयर के कारण इसे अपडेट करने में बहुत दिक्कतें आती है।
AI सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ ब्रेक डाउन कम होगा और टेस्टिंग प्रोसेस भी तेज होगा। यह सिस्टम ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों मोड पर चलेगा। इतना ही नहीं बल्कि सर्वर डाउन होने पर भी टेस्टिंग ड्राई प्रक्रिया जारी रहेगी। अगले 9 से 10 महीने में प्रदेश के हर आरटीओ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टेस्ट ड्राइव सिस्टम लागू कर दिया जाएगा।
पुराने सिस्टम में कई बार टेस्ट ड्राइव टालनी पड़ती है। इसके अलावा कई बार तकनीकी गड़बड़ियों के कारण टेस्ट देना वाला व्यक्ति फेल हो जाता है। फिलहाल इस तकनीक का इस्तेमाल दिल्ली, पुणे और चंडीगढ़ जैसे शहरों में किया जा रहा है। जिसे अब गुजरात के सभी आरटीओ कार्यालयों में लागू किया जाएंगा।
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