कान्स 2024: फ्रांस में इन दिनों प्रेस्टिजियस कान्स फिल्म फेस्टिवल की धूम है। दुनियाभर के मनोरंजन जगत से जुड़े सेलेब्स इस इवेंट में भाग ले रहे हैं। भारत से भी ऐश्वर्या राय, उर्वशी रौतेला, अदिति राव हैदरी सहित तमाम हसीनाओं ने कान्स के रेड कार्पेट पर अपना जलवा बिखेरा है। कई बड़ी फिल्मों का प्रीमियर भी इस फिल्म फेस्टिवल में हुआ है। इन सबके बीच 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
दरअसल भारत ने एफटीआईआई की दूसरी बार एक शॉर्ट फिल्म ने कान्स में अवॉर्ड अपने नाम किया है। बता दें कि भारतीय निर्देशक चिदानंद एस नाइक की फिल्म ‘सनफ्लावर वर द फर्स्ट वन्स टू नो’ ने कान्स 2024 में बेस्ट शॉर्ट स्टोरी के लिए पहला पुरस्कार अपने नाम किया है। जो देश के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है। इससे पहले वर्ष 2020 में अपनी फिल्म कैटडॉग के लिए अश्मिता गुहा नियोगी ने ये पुरस्कार जीता था। अब 5 वर्ष बाद एक बार फिर देश को गर्व करने का मौका मिला है।
बता दें कि एफटीआईआई के छात्र चिदानंद एस नाइक की फिल्म सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो ने इस अवॉर्ड के लिए 17 फिल्मों को हराया है। ये फिल्में ग्लोबली 555 फिल्म स्कूलों से 2,263 सबमिशन के विशाल पूल में से चुनी गई 18 फिल्मों में से थीं। कान्स प्रथम पुरस्कार के लिए 15,000 यूरो, दूसरे के लिए 11,250 यूरो और तीसरे के लिए 7,500 यूरो प्रदान करेगा।
भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के टेलीविजन विंग में अपने एक वर्ष के पाठ्यक्रम को पूरा होने पर, फिल्म निर्माता ने इस फिल्म का निर्माण किया। यह एक कन्नड़ फोक टेल से इंस्पायर फिल्म है। जिसमें एक बुजुर्ग महिला द्वारा मुर्गे की चोरी को दर्शाया गया है। जो उसके गांव को कभी न खत्म होने वाले अंधेरे में डाल देती है। यह 16 मिनट की एक शॉर्ट फिल्म है।
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