Barabanki News- उत्तर प्रदेश पुलिस ने संवेदनहीनता की सभी हदें तार-तार कर दी हैं। आपको बताते चलें कि बाराबंकी जिले की पुलिस पर आरोप है, कि मृतक युवक के दाह-संस्कार के लिए लकड़ियां काटने गए परिजनों पर बर्बरता दिखाते हुए, उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। जिसके विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने देर रात थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह से मामला शांत कराया।
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मृतक का दाह-संस्कार करने पहुंचे परिजनों पर पुलिस का अत्याचार
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में यूपी पुलिस की अमानवता का मामला समाने आया है। बताते चलें कि 35 वर्षीय राकेश की खेत में काम करते समय अचानक मौत हो गई। उसके अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी न मिलने के बाद परिजनों ने फॉरेस्ट ऑफिसर से मदद मांगी, उनकी सहमती मिलने के बाद मृतक चाचा नवल किशोर और उसके दामाद रारी नदी के समीप लकड़ी काटने काट रहे थे, इसी दौरान वहां पहुंचे दरोगा राकेश यादव ने चाचा को सरकारी लकड़ी चुराने के आरोप में बुरी तरफ से पीटने लगा, साथ ही दामाद की भी बुरी तरफ से पीटाई कर दी। आरोप है कि पुलिस दरोगा को दाह-संस्कार की पूरी बात बताने के बाद भी लकड़ी लेने गए दोनों लोगों को बुरी तरफ से पीटता रहा और फिर मुकदमा लिखने की धमकी देते हुए वहां से निकल गया।
किसानों ने किया पुलिस थाने का घेराव
पुलिस के अत्याचार के बाद चाचा और दामाद दोनों बिना लकड़ी लिए ही युवक के शव के पास वापस आ गए। और गांव वालो को पुलिस की बर्बरता के बारे में बताया, जिसके बाद सभी लोग आक्रोशित हो गए और सैकड़ों की तादाद में जैदपुर पुलिस थाने पहुंच गए और घण्टों थाने के बाहर हंगामा करते रहे। मौक पर पहुचें पुलिस के आलाधिकारियों के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। एडिशनल एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर मामले की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
खेत की सिचाईं के दौरान हुई युवा किसान राकेश की मौत
पूरा मामला बाराबंकी जिले के अंतर्गत आने वाले जैदपुर पुलिस थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां के मुखतीपुर मजरे बीबीपुर निवासी हनुमान प्रसाद और उनका 35 वर्षीय बेटा राकेश बुधवार को तकरीबन 2 बजे खेत की सिंचाई कर रहे थे। धूप तेज थी, शायद यही वजह रही कि राकेश की तबीयत बिगड़ी और वह अचेत होकर पास ही एक गड्ढे में गिर गया। लोग दौड़कर उसके पास पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। रोते बिलखते परिजन शव को घर ले आए और रिश्तेदारों को इसकी खबर दी। मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरु की गई।