भारतीय मूल की अमेरिकी नेता निक्की हेली आने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करती नजर आएंगीं। पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की दावेदार निक्की हेली ने कहा है कि वे नवंबर में होने वाले चुनाव में ट्रम्प को वोट करेंगी। अपने चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने अपने पूर्व प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी आलोचना के बावजूद ये कदम उठाया है। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मुख्य मुकाबला डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच है।
ये भी पढ़ें- नेपाल के गृहमंत्री रवि लामिछाने पर आर्थिक अनियमितता का आरोप, पुलिस की जांच रिपोर्ट में खुलासा
नामांकन के लिए अपनी दावेदारी छोड़ी
बता दें कि मार्च में निक्की हेली ने रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए अपनी दावेदारी छोड़ दी थी, लेकिन उनका नाम अब भी मतपत्र पर बना हुआ है। वे प्रचार ना करने के बावजूद प्रतियोगिताओं में नियमित रूप से 10 प्रतिशत से ज्यादा वोट पा रही हैं। उनमें से कई वोट ट्रम्प से असंतुष्ट रिपब्लिकन और निर्दलीय लोगों द्वारा डाले गए हैं, जबकि कुछ डेमोक्रेट भी उनका समर्थन करते दिख रहे हैं।
कौन हैं निक्की हेली
निक्की हेली भारतीय मूल की अमेरिकी महिला नेता हैं। उनका परिवार 1960 के दशक में पंजाब से कनाडा और फिर अमेरिका चला गया था। निक्की हेली का असली नाम निमरत रंधावा है। निक्की हेली के पिता पंजाब के तरनतारन के रहने वाले थे। इसके बाद वे अमृतसर में बस गए थे। उनके पिता अजीत सिंह रंधावा पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे और मां ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में कानून की डिग्री हासिल की थी। निक्की हेली ने बाद में ईसाई धर्म अपनाते हुए माइकल हेली नाम के अमेरिकी व्यक्ति से शादी की थी। निक्की के पति माइकल साउथ कैरोलिना नेशनल आर्मी गार्ड में अधिकारी हैं। दोनों की शादी की खास बात ये थी कि, निक्की हेली की शादी पहले सिख रीति रिवाज से हुई और फिर सेंट एंड्रयू मेथोडिस्ट चर्च में ईसाई धर्म के अनुसार हुई। उनके दो बच्चे हैं, एक का नाम रेना और दूसरा का नाम नलिन है। निक्की हेली, जिन्होंने ट्रम्प के पद पर रहते हुए दो साल तक संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के तौर पर भी कार्य किया है।