नई दिल्ली- दिल्ली-NCR में शुक्रवार देर रात अचानक मौसम बदल गया। धूल भरी तेज आंधी और तूफान ने लोगों को संभलने तक का मौका नहीं दिया। इसकी चपेट में आकर 2 लोगों की मौत हो गई वहीं 23 अन्य घायल हो गए। हवा की रफ्तार करीब 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है। इस दौरान दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दिल्ली के अधिकांश इलाकों में बड़ी संख्या में पेड़ जड़ से उखड़ गए। हाउसंग सोसाइटीज एरिया भी इससे नहीं बची। पेड़ों की टहनियां टूटकर सड़क पर गिर गईं। कई जगह हवा टिन टप्पर अपने साथ उड़ा ले गई।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय के अनुसार, पुलिस को पेड़ गिरने की 152, मकानों में दरार आने की 55, बिजली के तार टूट कर गिरने की 202 कॉल मिलीं। पेड़ गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई। जबकि 6 लोग घायल हो गए। आंधी-तूफान के दौरान भवनों के क्षतिग्रस्त होने से 17 लोग घायल हो गए। दमकल विभाग के अनुसार उन्हें बीती देर रात तेज आंधी के दौरान करीब 130 सूचनाएं मिली।
इन इलाकों में हुई परेशानी-
पूर्वी जिलों के तमाम इलाकों में तेज हवा और तूफान की वजह से पेड़ गिरने, पेड़ों की बड़ी टहनियों के टूटने और टिन आदि उड़ने की घटनाएं सामने आई। इसकी वजह से सोसाइटीज की सुरक्षा में तैनात गार्ड आदि को ज्यादा परेशानियां झेलनी पड़ी। इन उन इलाकों में पेड़ आदि के टूटने की समस्याएं ज्यादा बढ़ गई। जहां पर एरिया खुला और हरा भरा है।
शाहदारा, अशोक नगर, एलआईजी फ्लैट्स, लोनी रोड, गोकलपुरी, ज्योति कालोनी, सबोली, मंडोली, हर्ष विहार, नंद नगरी, विश्वास नगर, कृष्णा नगर, वेलकम, खजूरी, सोनिया विहार के अलावा द्वारिका मोड में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
यह भी पढ़ें:- लॉरेंस बिश्नोई गैंग को हथियारों की सप्लाई करने वाला मनीष यादव गिरफ्तार, STF ने गोरखपुर से पकड़ा