Lifestyle:- प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और सुहाने मौसम के लिए विख्यात सिक्किम जहां जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़त देखने को मिली है। 2024 की पहली तिमाही में सिक्किम में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे। जिससे वहां के टूरिज्म सेक्टर को बड़ा फायदा हुआ। पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग के आंकड़ों से यह बात सामने आई है कि इस वर्ष की शुरुआत से 31 मार्च 2024 तक सिक्किम में रिकॉर्ड संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक पहुंचे।
इस अवधि में 290,401 पर्यटक सिक्किम पहुंचे! जिनमें से 256,537 घरेलू पर्यटक और 30,864 विदेशी पर्यटक शामिल थे। अक्टूबर 2023 में आए भीषण बाढ़ से सिक्किम के पर्यटन उद्योग को धक्का लगा था! जिसके बाद टूरिज्म में रिकॉर्ड उछाल देखा जा रहा है 2024 की पहली तिमाही के आंकड़ों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष के अंत तक सिक्किम में 12 लाख पर्यटक पहुंच सकते हैं। पर्यटकों में बढ़त की बड़ी वजह सिक्किम की धनी संस्कृति को बताया जा रहा है।
यहां लेपचा जनजाति, भुटिया जनजाति और नेपाली लोग एक साथ मिलकर रहते हैं जिनके त्योहारों, खान-पान की बहुरंगी संस्कृति देखते बनती है। इसके साथ ही सिक्किम का मौसम पूरे वर्ष बेहद सुहाना होता है जिस कारण यहां प्रत्येक महीने पर्यटक पहुंचते रहते हैं। बता दें कि यहां आप हिमालय पर बनी पगडंडियों पर ट्रैकिंग कर सकते हैं! और सुंदर घाटियों में पैराग्लाइडिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। सिक्किम की राजधानी गंगटोक अपने ट्रेडिशनल चार्म के साथ आधुनिक सुविधाओं से पर्यटकों को आकर्षित करती है। यहां के रंग-बिरंगे बाजार, मठ और खूबसूरत नजारे पर्यटकों को दोबारा आने पर मजबूर करते हैं।
सिक्किम में गंगटोक के अलावा और कहां घूमे-
लाचुंग- लाचुंग सिक्किम के हृदय में बसा एक खूबसूरत गांव है जहां से हिमालय बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। हरी घाटियों, झरनों और जंगलों से घिरा लाचुंग प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग की भांति हैं।
लाचेन- लाचुंग की तरह सिक्किम का लाचेन गांव भी बेहद खूबसूरत है। यहां के बांस से बने घर और वहां की संस्कृति पर्यटकों को खूब भाती है। यहां प्रकृति की छटा देखते ही बनती है।
युमथांग घाटी- युमथांग घाटी जिसे फूलों की घाटी के नाम से जाना जाता है। जो उत्तरी सिक्किम में स्थित है। यह घाटी गंगटोक से 148 किमी दूर है। इसे सिक्किम की सबसे खूबसूरत घाटी माना जाता है। यहां हिमालय पर मिलने वाले बहुत से फूलों की प्रजातियां देखने को मिलती है।
यह भी पढ़ें:- अयोध्या और लक्षद्वीप में भारतीय पर्यटकों की दिलचस्पी बढ़ी, जानिए यहां क्या है फेवरेट