अयोध्या : राम मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा के दौरान रामलला की एक और सुंदर प्रतिमा मंदिर ट्रस्ट को सौंपी गई थी। यह प्रतिमा संगमरमर से बनी थी और वर्तमान में गर्भ गृह में स्थापित रामलला की विग्रह की तरह ही विष्णु भगवान के 10 अवतारों को दर्शाया गया है। यह प्रतिमा बीते 3 महीनों से कार्यशाला में रखी हुई है।
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इस मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय ने बताया कि पिछले 40 साल पहले मूर्ति बनाने के लिए पत्थर को निकाला गया था। मूर्ति बनाने के बाद इसे राममंदिर में स्ठापित करने के लिए मंदिर ट्रस्ट को निशुल्क समर्पित किया गया था। मूर्ति को बनाने में करीब 8 महीनों का समय लगा। उन्होंने बताया कि इस प्रतिमा के चारों ओर भगवान विष्णु के 10 अवतारों को दर्शाया गया है।
राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई थी। तब कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा को गर्भ गृह में स्थापित किया गया था। जबकि 2 अन्य रामलला की प्रतिमाएं रामसेवकपुरम् में रखी हुई हैं। कहा जा रहा है कि इन प्रतिमाओं को मंदिर में स्थान मिलेगा। अभी राम मंदिर के ऊपरी हिस्से का निर्माण कार्य चल रहा है। जब यह संपन्न हो जाएगा, तब इन प्रतिमाओं को उचित स्थान मिलेगा।
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विग्रह में स्थापित हैं भगवान विष्णु के 10 अवतार
संगमरमर से बनी रामलला की प्रतिमा में उनके चरणों में हनुमान जी को बैठे हुए दर्शाया गया है। साथ ही प्रतिमा में भगवान विष्णु के सभी 10 अवतारों को दर्शाया गया है। प्रतिमा के चारों ओर भगवान विष्णु के 10 अवतार मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार की छवियां बनी हुई हैं।