हैदराबाद: तेलंगाना की सबसे चर्चित सीट हैदराबाद में अबकी बार लड़ाई कांटे की हैं। यहां से बीजेपी ने सामाजिक कार्यकर्ता और प्रखर वक्ता डॉ माधवी लता को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी ने जब से उन्हें प्रत्याशी बनाया है, तब से हैदराबाद के सांसद व AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की धड़कने बढ़ी हुई हैं। माधवी लता के धुआंधार प्रचार और उनकी मुस्लिम महिलाओं के बीच लोकप्रियता से ओवैसी के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं।
डॉ माधवी लता पिछले कई सालों से हैदराबाद में सक्रिय हैं। उन्होंने पीड़ित मुस्लिम महिलाओं की हक की लड़ाई लड़ने के लिए अनेकों कार्य किए हैं। साथ ही वह पीड़त मुस्लिम महिलाओं की एनजीओ के माध्यम से आर्थिक रूप से भी मदद करती हैं। जिससे चलते उनकी मुसलमानों के बीच काफी लोकप्रियता है। इसी को देखते हुए भाजपा ने औवैसी के गढ़ में कमल खिलाने की जिम्मेदारी माधवी लता को सौंपी है।
49 वर्षीय माधवी लता पिछले करीब 10 वर्षों से मुस्लिम महिला उत्थान के लिए कार्य करती आ रही हैं। उनको प्रत्याशी बनाने से हैदराबाद जैसी मुस्लिम बाहुल्य सीट पर बीजेपी बहुत मजबूत स्थिति में दिख रही है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि तीन तलाक पर कानून बनाने के बाद मुस्लिम महिलाओं का रुझान बीजेपी की ओर बढ़ा है। माधवी लता भी दावा करती आ रही हैं, कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं का साथ मिल रहा है।
हैदराबाद की लड़ाई में उनका पूरा साथ दे रहे हैं, बीजेपी विधायक टी राजा। वह हैदराबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली गोशमहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। टी राजा और माधवी लता की जोड़ी ने असदुद्दीन ओवैसी की नाक में दम कर रखा है। माधवी लता के साथ टी राजा की पहचान तेलंगाना में फायर ब्रांड हिंदू नेता के रूप में होती है। भाजपा के इन दोनों नेताओं ने ओवैसी के गढ़ में ही उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है। एक तरफ हिंदू वोटरों को एकजुट किया जा रहा है, वहीं मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी। इसके चलते असदुद्दीन ओवैसी परेशान हैं।
हैदराबाद लोकसभा सीट पर कुल 19 लाख मतदाता हैं। 1984 से अब तक यहां पर ओवैसी परिवार का कब्जा है। लेकिन, माधवी के आने से 2024 में लड़ाई कांटे की हो गई है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी जमकर तारीफ कर चुके हैं।
डॉ माधवी लता व्यवसायी हैं। साथ ही वह विरिंची हॉस्पिटल की चेयरपर्सन हैं। माधवी को भारतीय नृत्य कला भरतनाट्यम् में पारंगत माना जाता है। व्यवसाय के अलावा वह कई समाजसेवी ट्रस्ट भी चलाती हैं। जिनका नाम लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट और लतामा फाउंडेशन है। यह ट्रस्ट हेल्थकेयर और शिक्षा के क्षेत्र में असहाय व निर्धन लोगों के लिए कार्य करते हैं। डॉ माधवी लता की रुचि राजनीति में पहले से ही रही है। अपने अध्ययन काल के दौरान उन्होंने राजनीति शास्त्र में एमए किया और अब वह भाजपा के फायर ब्रांड नेता के रूप में वह जानी जाती हैं।